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भागलपुर, बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू), सबौर ने बिहार सरकार द्वारा जनवरी 2025 में जारी की गई रैंकिंग में उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त की है। बीएयू के स्टार्टअप सेल ने 46 स्टार्टअप केंद्रों में दूसरा स्थान प्राप्त किया, जबकि इन्क्यूबेशन सेंटर को तीसरा स्थान मिला है। इस सफलता को लेकर बीएयू के कुलपति प्रो. डी.न आर. सिंह ने कहा कि यह विश्वविद्यालय के स्टार्टअप एवं नवाचार प्रयासों की सफलता का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “यह हमें बिहार को एक प्रमुख कृषि स्टार्टअप और इनोवेशन हब बनाने के लिए प्रेरित करेगा।”
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यह उपलब्धि बीएयू सबौर की कृषि नवाचार और उद्यमिता के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका को भी दर्शाती है। स्टार्टअप सेल और इन्क्यूबेशन सेंटर नए उद्यमियों को कृषि आधारित व्यावसायिक अवसरों की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं। इन केंद्रों के जरिए सतत कृषि, बायोटेक्नोलॉजी, एग्री-प्रोसेसिंग, और स्मार्ट फार्मिंग जैसे क्षेत्रों में नवाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है।
मुख्य उपलब्धियाँ:
- नए कृषि स्टार्टअप्स को वित्तीय एवं तकनीकी सहायता।
- सस्टेनेबल फार्मिंग, जैविक उत्पादन और एग्री-प्रोसेसिंग में नवाचार।
- स्टार्टअप्स को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों से जोड़ने की पहल।
- प्रशिक्षण एवं उद्यमिता विकास कार्यक्रमों का संचालन।
भविष्य की योजनाएँ:
- स्टार्टअप्स और इन्क्यूबेटेड उद्यमों की संख्या में वृद्धि।
- AI, IoT और डिजिटल एग्री-टेक जैसी आधुनिक तकनीकों को अपनाना।
- राष्ट्रीय एवं वैश्विक स्तर पर कृषि स्टार्टअप्स को निवेश के अवसर प्रदान करना।
बीएयू सबौर का यह प्रयास स्थानीय किसानों, उद्यमियों और शोधकर्ताओं को नई संभावनाएँ प्रदान कर रहा है, और यह बिहार को राष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख कृषि नवाचार और उद्यमिता केंद्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।