निरीक्षण/BDO/30.04.2022
निरीक्षण अवधि 2 घण्टे 10 मिनट
(1)कक्षा 9 to 12,सेक्शन 16
शिक्षक 22 और वर्ग कक्ष चल रहा था मात्र 2 बांकि शिक्षक शिक्षक कक्ष में गप लगाने में मशगूल थे।
(2) 4 शिक्षक वीक्षण कार्य में थे और 1 शिक्षक का CL आवेदन के बावजूद उपस्थिति पंजी में CL दर्ज नहीं कि गयी थी। यानी अगले दिन उसे फिर हाजिरी बना लेने की HM द्वारा खुली छूट।
(3) HM प्रभंजन कुमार इतिहास से MA हैं लेकिन उपस्थिति पंजी पर वीक्षण को “विक्षण” लिखे हुए थे। यानी एक हाई स्कूल का प्रिंसिपल जो इतिहास से MA हो वीक्षण नहीं लिख सकता।
(4) वर्ग दशम की बच्चियां गणित के चल रहे वर्ग में √3 और √2 का मान नहीं बता सकती।
(5)45 बच्चों में मात्र 10 बच्चे नवम के राष्ट्रपति का नाम जानते हैं और मात्र 6 बच्चे ही बिहार के राजपाल का नाम जानते हैं।
(6) भूगोल के अक्षांश देशांतर के क्लास में 45 बच्चे में एक मात्र बच्चे अक्षांश और देशांतर की परिभाषा दे सके।
(7) शिक्षक से बात करने पर विद्यालय में पठन-पाठन का स्तर इतना निम्न क्यों है? उनका जबाब था गार्जियन के कारण।
(8) पुस्तकालय तो है लेकिन यह बात किसी बच्चे को पता ही नहीं कि उनके विद्यालय में पुस्कालय है। पुस्तकालय अध्यक्ष वीक्षण कार्य मे थे। जन HM से पूछा गया तो उनके द्वारा बताया गया कि पुस्तकालय में बच्चे को पुस्तक आज तक पढ़ने के लिए नहीं दिया गया। कारण पूछने पर बताया गया कि उनके क्लास का या उनके काम का बुक नहीं है। जब मैं निरीक्षण किया तो कुछ बुक उनके काम में आने लायक नहीं थे लेकिन अधिकतर किताबें ग्रामर/इंग्लिश/हिंदी शब्दकोश आदि उपयोगी थे।
एक अभिषेक कुमार नाम का नवम का छात्र जो उस वर्ग में सबसे मेधावी था,ने अपने वर्ग या यूं कहें कि विद्यालय का लाज कुछ हद तक बचाया। उसके पारिवारिक विषय मे पूछने पर उसने बताया कि उसके पिताजी का एक मिठाई की दुकान थी,जो कोरोना काल में बंद पर गयी और उसके घर में अब आय का कोई साधन नहीं है तो मैं हैरत में पर गया।आखिर उसका घर कैसे चलता है और उसकी पढ़ाई कैसे हो पाती है?? इसके जबाब सुनकर तो आप भी हैरत और ताज़्ज़ुब में पर जाएंगे।उसने इधर -उधर,बगले झांकते हुए संकोचपूर्वक बोला सर मैं काम करता हूं। मैंने जिज्ञासा वश पूछा,बेटा क्या काम कर लेते हो??
उसने पुनः संकोच करते हुए बताया सर शुभ अवसर पर लोगों/महिलाओं/बच्चियों को मेहंदी लगाता हूँ और मेकप का काम भी सीखना शुरू कर दिया हूँ।
संगीत के क्लास चल रहे थे इसलिए उनमें से किसी एक बच्चे को गाने को बोला,शिवाय अभिषेक के और कोई तैयार नहीं हुआ। मैंने पूछा तुम्हारा पसंदीदा गायक कलाकार कौन है तो उसने बताया नेहा कक्कर। मैंने पूछा नेहा कक्कर ही क्यों?? और बहुत सारे कलाकार है। उसने कारण बताया , सर नेहा कक्कर बहुत गरीबी से उस मुकाम तक पहुंची है, इसलिए मैं उन्हें पसंद करता हूँ। अब तक तो वो लड़का अंदर तक झकजोर चुका था,मेरे एक-एक रोंगटे को तीर की तरह खड़ा कर चुका था।