


करारी तीनटंगा में अरविंद मेमोरियल पब्लिक स्कूल के बच्चों द्वारा जागरूकता रैली व नुक्कड़ नाटक का हुआ आयोजन
नवगछिया पुलिस जिला के नवगछिया अनुमंडल स्थित एनएच 31 पर स्थित अरविंद मेमोरियल पब्लिक स्कूल के छात्र-छात्राओं द्वारा एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ‘बेटी बोझ नहीं.. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ और ‘दहेज मुक्त देश बनाओ’ के संदेश को जन-जन तक पहुंचाना था। कार्यक्रम में दहेज के दुष्प्रभावों और बेटियों की शिक्षा पर विशेष रूप से चर्चा की गई।

कार्यक्रम के तहत शनिवार, 22 फरवरी को करारी तीन टंगा में एक जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। इस रैली में स्कूल के छात्रों ने अपने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं, जिनपर ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’, ‘दहेज मुक्त समाज बनाओ’, ‘बेटी है तो कल है’ जैसे स्लोगन लिखे हुए थे। रैली ने पूरे क्षेत्र में समाज को जागरूक करने का काम किया। रैली के साथ-साथ नुक्कड़ नाटक का आयोजन भी किया गया, जिसमें छात्रों ने दहेज प्रथा और बेटियों के अधिकारों पर आधारित नाट्य प्रस्तुति दी। इस नाटक के माध्यम से छात्रों ने दहेज प्रथा और समाज में व्याप्त भ्रांतियों के खिलाफ आवाज उठाई और लोगों को समझाया कि बेटियों को भी उतना ही सम्मान और अवसर मिलना चाहिए, जितना किसी लड़के को मिलता है।

कार्यक्रम के संचालक अमरेंद्र सिंह मुन्ना ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा, “आज की इस रैली और नाटक का उद्देश्य समाज में जागरूकता फैलाना है। हमें दहेज प्रथा और महिलाओं के प्रति भेदभाव को समाप्त करने के लिए मिलकर काम करना होगा। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपनी बेटियों को शिक्षा का अवसर दें और उन्हें समाज में बराबरी का दर्जा दिलवाएं।”
निर्देशक आशा सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “यह रैली और नाटक समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने का माध्यम है। हमें अपनी बेटियों को मजबूत और आत्मनिर्भर बनाना होगा। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की मुहिम को आगे बढ़ाते हुए हमें यह संदेश देना है कि बेटियां किसी भी मायने में लड़कों से कम नहीं हैं।”
प्राचार्य सौरभ कुमार ने कार्यक्रम में बोलते हुए कहा, “आज समाज में जो भी मुद्दे हैं, उनपर चर्चा करना और उनका समाधान निकालना हमारी जिम्मेदारी है। बेटियों के लिए हमे एक बेहतर भविष्य और समान अवसर प्रदान करने होंगे। इस तरह के कार्यक्रम समाज में जरूरी बदलाव लाने में सहायक साबित होंगे।”
कार्यक्रम के अंत में सभी छात्रों और अभिभावकों ने दहेज मुक्त समाज बनाने और बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए एकजुट होने का संकल्प लिया। इस जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन पूरे क्षेत्र में सराहा गया और लोगों ने इस पहल को समाज के लिए बहुत ही आवश्यक बताया।
