भागलपुर में गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे अब शहरी क्षेत्रों में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है। गंगा खतरे के निशान से 45 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है, और इसका प्रभाव अब तिलकामांझी विश्वविद्यालय कैंपस पर भी दिखाई दे रहा है।
विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल, पीजी गर्ल्स हॉस्टल सहित कई विभागों में गंगा का पानी घुस चुका है। इससे छात्र-छात्राओं और विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को आने-जाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। विश्वविद्यालय के कर्मचारी सुशील मंडल ने जानकारी दी कि कुलपति के आदेश पर कैंपस में नाव की व्यवस्था की गई है, ताकि परीक्षा देने आ रहे छात्रों को कोई असुविधा न हो, क्योंकि अभी पीजी सेमेस्टर 2 की परीक्षा चल रही है।
सुशील मंडल ने यह भी चेतावनी दी कि यदि गंगा के जलस्तर में इसी तरह वृद्धि होती रही, तो इसका असर विश्वविद्यालय के पठन-पाठन पर भी पड़ सकता है, जिससे आगामी परीक्षाओं और शैक्षिक गतिविधियों पर गंभीर संकट उत्पन्न हो सकता है।