रिपोर-निभाष मोदी, भागलपूर।
भागलपुर बांका के जिला अंतर्गत धोरैया एवं सन्हौला के पास 500 मीटर अंदर सन्हौला थाना अंतर्गत करहरिया गांव में घुसकर धोरैया थाने की पुलिस अवैध वसूली का मामला सामने आया है , बालू लदे कुछ ड्राइवरों का आरोप है कि धोरैया थाने के द्वारा बालू लदे ट्रक से जबरदस्ती वसूली करके पैसा कमाना चाहती है ,प्रति गाड़ी ₹200 वसूली करता है जब ड्राइवर लोगों ने इसका विरोध किया कि यह सन्हौला थाना क्षेत्र में हम है और आप लोग इसका वसूली कैसे करते हैं तो उन्होंने हम लोगों के ऊपर डंडे बरसाना शुरू कर दिया और मारपीट किया। जब स्थानीय आदमी वहां पर पहुचा और धौरैया थाने के पुलिस से सवाल जवाब करनें लगा तो आनन-फानन में धोरैया पुलिस अपने ड्राइवर के साथ वहां से भाग निकले, जब क्षेत्र के कुछ पत्रकारों ने थानेदार को फोन पर सूचना दिया तो उन्होंने लिखित आवेदन देने की बात कही जबकि दुर्घटना स्थल पर स्थिति काफी भयानक हो चुकी थी .
मारपीट का मामला बढ़ चुका था लेकिन मौके पर सन्हौला थानेदार के पहुंचते ही स्थिति को काबू में कर लिया गया और वहां के स्थानीय जनता एंव ड्राइवर के बालू लदे गाड़ी के ड्राइवरों को को शांत किया गया ड्राइवरों का कहना था कि हमारे पास चालान है फिर भी हम से अवैध वसूली क्यों का किया जा रहा है ड्राइवरों ने वहां के पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाया कि हम से मारपीट करके 2500₹ छीना गया है, अब ऐसे घटना से प्रतीत होता है कि जब पूरे बिहार में बालू अगर चालू है तो पुलिस प्रशासन कैसे इसका अवैध वसूली कर रहा है ,अगर चालू नहीं है तो क्यों इसका अवैध वसूली करके चलाने की कोशिश किया जा रहा है l
अब देखना यह है कि बांका एवं भागलपुर पुलिस प्रशासनिक व्यवस्था किस तरह इस पर एक्शन लेती है लगातार ऐसी मामला सामने आ रही है कि धोरैया थाने के पुलिस के द्वारा सन्हौला बाजार क्षेत्र में घुसकर गाड़ियों का अवैध रूप से पकड़ धकड़ करती रहती है हालांकि यह तो जांच का मामला है कि पुलिस प्रशासन इस तरह से अपने वर्दी पर क्यों दाग लगवा रही है वरीय पुलिस प्रशासनिक व्यवस्था को इस पर अविलंब जांच कर कार्रवाई करनी चाहिए कि ये सब मामला कि क्या सच्चाई है ? अगर धोरैया थाने की पुलिस सन्हौला थाना क्षेत्र के अंदर आकर अवैध वसूली करती है तो आखिर क्यों करती है इस पर विशेष कार्रवाई करने की जरूरत है
हालांकि इस दुर्घटना की सूचना बांका वरीय पुलिस अधिकारी को सुचना दिया गया है अब देखना यह है कि धोरैया थानेदार एवं वहां के पुलिस पदाधिकारी पर क्या कार्रवाई की जाती है।