-व्यवस्था पर जताई नाराजगी ,जल्द व्यवस्था सुधारने का दिया निर्देश
रंगरा : शनिवार को भागलपुर के सिविल सर्जन उमेश कुमार ने रंगरा सीएचसी का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान अस्पताल की व्यवस्था पर उन्होंने खासी नाराजगी जताई. अधिकांश चिकित्सक सहित अस्पताल कर्मियों की गैर हाजिरी पर वे खासे नाराज हुए ।निरीक्षण के दौरान छः चिकित्सकों में से मात्र एक चिकित्सक डॉ सौरव ड्यूटी पर मौजूद पाए गए.
ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक से सिविल सर्जन द्वारा अस्पताल प्रभारी डॉ रंजन कुमार के बारे में पूछा गया तो बताया गया कि डॉ रंजन कुमार की बेटी कोरोना संक्रमित हो गई हैं. उसका इलाज करवाने के लिए डॉक्टर रंजन कुमार पटना गए हुए हैं. डॉ पिंकेश कुमार के बारे में बताया गया कि वह खुद कोरोना पाॅजिटव हो गए हैं ,फिलहाल वे होम आइसोलेशन मे हैं. डीसीएम सुधीर कुमार एवं अस्पताल प्रबंधक श्वेता कुमारी के भी कोरोना पाॅजिटव होने एवं होम आइसोलेशन के बारे में बताई गई. वहीं दूसरी ओर बताया गया कि शेष दो चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में की गई है.
अस्पताल के प्रधान लिपिक कंचन कुमार गोपालपुर एवं रंगरा दोनों सीएचसी दोनों के प्रभार में हैं. रंंगरा में वे सप्ताह में 3 दिन सोमवार मंगलवार और बुधवार को बैठते हैं. इसके बाद उन्होंने प्रखंड क्षेत्र में चल रहे वैक्सीनेशन के बारे में जानकारी ली तिनटंगा दियारा उप स्वास्थ्य केंद्र में दोपहर 1:00 बजे तक एक भी लोगों का भेेक्सीनेशन नहीं किया गया था. इस पर उन्होंने हैरानी जताई. निरीक्षण के क्रम में उन्होंने कोरोना संक्रमित मरीीजों को दिए जाने वाले अस्पताल में उपलब्ध दवाइयों के बारे में विस्तृत जानकारी ली.
- अस्पताल में कोविड-19 कंट्रोल रूम नहीं
इसके बाद सिविल सर्जन ने अस्पताल कर्मियों से कोविड-19 कंट्रोल रूम के बारे में पूछा तो बताया गया कि कंट्रोल रूम नहीं बनाया गया है. इस पर सिविल सर्जन खासे नाराज हुए. उन्होंने जल्द कंट्रोल रूम बनाने का निर्देश दिया और कोरोना संक्रमित मरीजों से समय-समय पर अद्यतन जानकारी उपलब्ध कराने की बात कही गई है. सिविल सर्जन द्वारा औचक निरीक्षण के क्रम में अस्पताल की व्यवस्था पर नाराजगी जताते हुए सख्त चेतावनी देते हुए अस्पताल कर्मियों को 2 दिनों के अंदर व्यवस्था में सुधार लाने का निर्देश दिया गया.
उन्होंने कहा कि अगर अस्पताल कर्मी अपनी ड्यूटी नहीं करेंगे और ड्यूटी से भागेंगे साथ ही साथ 2 दिनों के अंदर अगर अस्पताल की व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो ऐसे अस्पताल कर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्होंने ड्यूटी से गैरहाजिर अस्पताल कर्मियों से स्पष्टीकरण पूछने की भी बात कही. आगे उन्होंने कहा कि ड्यूटी से भागने वाले चिकित्सकों का तबादला भी किया जाएगा.
कर्मियों के कोरोना संक्रमित होने के बाद चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था
रंगरा सीएचसी के कई चिकित्सकों सहित अधिकांश अस्पताल कर्मियों के कोरोना संक्रमित हो जाने के कारण अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है. इससे कोविड-19 के इस संवेदनशील दौर में क्षेत्र के आम लोगों को समुचित स्वास्थ्य सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है. अस्पताल में चिकित्सक नहीं रहने के फल स्वरुप सैकड़ों लोगों को प्रतिदिन बिना दवा एवं इलाज के बैरंग वापस लौटना पड़ रहा है. अस्पताल कर्मियों ने बताया कि चिकित्सकों सहित अधिकांश अस्पताल कर्मी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. कोरोना पॉजिटिव हुए सभी अस्पताल कर्मी होम आइसोलेशन में है. जिसके चलते परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसका असर कोरोना जांच एवं वैक्सीनेशन पर भी पड़ा है. बताते चले कि रंगरा प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में कोरोना मरीजों की संख्या में काफी तेजी से इजाफा हो रहा है. लिहाजा अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा जाने के बाद लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.