भागलपुर के लोग पानी के रूप में जहर का सेवन कर रहे हैं ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को आर्सेनीक आयरन व गंदगी युक्त पानी का प्रयोग करना पड़ रहा है, भागलपुर के नवगछिया अनुमंडल के गोसाईंगाँव, तेतरी, भवानीपुर व नवगछिया अंतर्गत कई चापाकलों से गन्दा पानी, आर्सेनीक व आयरन युक्त पानी निकल रहा है। हमने टीडीएस जाँच की तो 754 पीपीएम मात्रा.
पानी मे पाया गया जो शरीर के लिए बेहद खतरनाक माना जाता है लेकिन लोग ऐसे पानी का मजबूरन सेवन करते हैं। सीएम नीतीश कुमार के सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल का जल के तहत पानी घर घर तो पहुंचता है लेकिन उसकी समय सीमा होती है और हजारों की आबादी को इतना पानी नहीं मिल सकता है कि वो चापाकलों के पानी का उपयोग न करे। कई चापाकलों के तो ऐसे हालात है.
कि उससे कीचड़ युक्त पानी निकल रहा ऐसा पानी जो किसी काम के नहीं हैं। कई जगहों पर पिला पानी निकल रहा है जिससे खाना बनाने पर खाना खराब हो जाता है साथ ही कपड़ा धोने के बाद वो भी पिला हो जाता है बर्तनों में पीलापन आ जाता है। खासकर गंगा किनारे वाले गांवों में ये हालात हैं। पीएचईडी विभाग पहल करने की बात करता है लेकिन भागलपुर में इसको लेकर योजना धरातल पर दिखाई नहीं देती है।