भागलपुर ग्लोकल हॉस्पिटल मामले में सिटी एएसपी पूरन झा दल बल के साथ देर शाम ग्लोकल अस्पताल पहुंचे। व महिला रुचि द्वारा लगाए गए आरोपों की प्राथमिकी जांच की। साथ ही अन्य लोगों से पूछताछ कर आगे की जांच में जुट गई है।
बता दे कि मधुबनी निवासी रोशन व उनकी मां कुछ दिन पूर्व कोरोना से संक्रमित हुए थे। उनकी पत्नी रुचि ने ग्लोकल अस्पताल में उसे भर्ती कराया था। जहां उसका इलाज चल रहा था लेकिन इलाज के नाम पर अस्पताल में गिद्ध जैसी हरकत रुचि व उसके पति के साथ की गई। रूचि ने आज पटना में मीडिया को बयान देते हुए कहा कि ग्लोकल अस्पताल के कंपाउंडर ज्योति ने उसके कमर पर हाथ रखा और उसका दुपट्टा खींचा , साथ ही आईसीयू में भर्ती उसके पति और उसकी मां को काफी तड़पाया । रुचि ने कहा कि अस्पताल कर्मियों द्वारा आंखें निकालने की भी धमकी दी गई।
अस्पताल में अपने पति की बिगड़ती हालत देख रुचि ने उसे मायागंज अस्पताल लाया। जहां डॉक्टरों ने उनको देखा तक नहीं। रुचि ने कहा कि आईसीयू में अपने पति को भर्ती कराया गंदगी में पड़े रहे लेकिन कोई डॉक्टर नहीं आए।
रुचि ने मायागंज अस्पताल के डॉक्टरों पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं। यहां से भी थक हार रुचि अपने पति और मां को राजेश्वर अस्पताल पटना ले गई।
वहां भी इलाज नहीं मिलने के कारण रुचि के पति रोशन ने जिंदगी से जंग हर लिया। रुचि के दिए गए बयान के बाद यह खबर आग की लपटों की तरह पूरे देश में फैल गई।
भागलपुर पुलिस महिला से कांटेक्ट करने की कोशिश कर रही है। फिलहाल खबरों को देख एएसपी ग्लोकल अस्पताल पहुंचे थे। इस घटना की हर और निंदा हो रही है। रुचि के बयान से भागलपुर समेत पूरे बिहार के लोग आक्रोशित है।
बहरहाल अब देखना यह है की अगर महिला के आरोप सिद्ध हुए तो कर्मियों पर कार्रवाई होगी या फिर यहां भी खानापूर्ति होकर रह जाएगी।