भागलपुर/ निभाष मोदी
नाशा से तीन बार आये ऑफर को ठुकरा कर देश के लिए कर रहे हैं काम
जब दिल में देश के लिए कुछ करने की ठानी हो तो परेशानियां कितनी भी आड़े आये सफलता जरूर मिलती है। इस कथन को चरितार्थ किया है भागलपुर के लाल देश के सबसे युवा वैज्ञानिक गोपाल जी ने…
भागलपुर जिले के नवगछिया निवासी गोपाल जी देश भर में अपने आविष्कार का डंका बजा रहे हैं और यह अविष्कार ऐसा वैसा नहीं है बल्कि अविष्कार से डोनाल्ड ट्रंप भी प्रभावित हुए थे। नासा ने तीन तीन बार ऑफर किया और अब इन पर बॉलीवुड के बड़े डायरेक्टर बायोपिक बनाने वाले हैं । दरअसल बनाना ब्वॉय के नाम से प्रसिद्ध युवा वैज्ञानिक गोपाल जी केले पर कई तरह के शोध कर रहे हैं। 13 वर्ष की उम्र में गोपाल जी ने केले के थंब से बिजली पैदा कर दिया था। बिजली पर शोध के दौरान अब तक वह कई जरूरत की चीजों का आविष्कार कर चुके कई अविष्कार पाइपलाइन में हैं।
केले के थंब से पल्प तैयार कर गोपाल जी ने प्लेट थाली का निर्माण किया है। वहीं सिंगल यूज प्लास्टिक पर अभी वो काम कर रहे हैं। इस दिशा में 90% तक से अधिक काम हो चुका है। गोपाल जी अभी ऐवोन पैफको नामक कंपनी में बतौर साइंटिस्ट कार्यरत है। गोपाल ने अब तक दर्जनभर अविष्कार किए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके अविष्कार को ना सिर्फ सराहा बल्कि उनको 2017 में अहमदाबाद स्थित इनोवेटिव फाउंडेशन भेजा था। गोपाल को भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा 40 युवा आईकॉन में भी शामिल किया गया था।
नासा के अंतर्गत काम करना हर वैज्ञानिक का सपना होता है लेकिन गोपाल जी ने नासा से मिले ऑफर को ठुकरा दिया था क्योंकि उन्हें देश के लिए काम करना था। गोपाल ने बताया उनका जीवन काफी संघर्ष भरा रहा। एक खपरैल के घर में वह पढ़ाई किया करते थे यहीं से उन्होंने अविष्कार शुरू किया। यही वजह है अब गोपाल जी पर बायोपिक पर बॉलीवुड फिल्म बनने वाली है जिसका नाम की संभवत बनाना बॉय हो सकता है।बॉलीवुड के बड़े फिल्म निर्माता-निर्देशक इन पर इन पर फिल्म बनाने वाले हैं फिल्म साइन भी हो चुका है। उन्होंने अपने आगामी प्रोजेक्ट पर भी चर्चा की है साथ ही बनने वाले बायोपिक के बारे में भी जानकारी दी है।
युवा वैज्ञानिक गोपाल के परिवार में उनके माता-पिता दो बहने वह बहनोई है जिसे गोपाल अपनी सफलता का श्रेय देते है। पिता प्रेम रंजन कुमार पेशे से किसान हैं। बेटे की सफलता पर वह फूले नहीं समा रहे उन्होंने कहा कि उसके अविष्कार से वह काफी खुश है केले के पल्प से वो काफी कुछ तैयार कर रहा जो देश के लिए लाभदायक है। गोपाल बचपन में भी बहुत मेहनत करता था। एक खपरे के मकान में ही सभी रहते थे और वहीं से यह पढ़ाई भी करता था।
बेशक गोपाल जी ने इतनी कम उम्र में विश्व पटल पर जो अपना लोहा मनवाया है वह बेहद काबिले तारीफ है।
युवा वैज्ञानिकों गोपाल जी ने कहा मुझे नासा से तीन बार ऑफर आया लेकिन मैं उस ऑफर को ठुकरा कर देश की सेवा करना चाहता हूं अपने स्किन को अपने देश के लोगों के बीच बाटना चाहता हूं।
युवा वैज्ञानिक गोपाल के पिता प्रेम रंजन ने कहा गोपाल देश के लिए कुछ करने की इच्छा रखते हैं और सदैव वह कार्य करने के लिए तत्पर रहते हैं उन्हें कई जगहों से ऑफर आया लेकिन वह देश की सेवा करना चाहते हैं अभी तक उन्होंने कई अविष्कार किए भागलपुर वासियों के लिए यह गर्व की बात है। हम लोगों को गोपाल पर गर्व है।