भागलपुर। लॉकडाउन के बीच आर्थिक तंगी से जूझ रहे बुनकरों के उत्थान के लिए शहर में कोकून बैंक और बुनकर मॉल खोले जाएंगे। जिससे बुनकर धागे की खरीदारी व अपने उत्पादों को मॉल में बेच सकेंगे। इसके लिए जीरो माइल स्थित स्पन सिल्क मिल व रेशम भवन में खोलने पर मंथन जारी है। रेशम उद्योग को बढ़ावा देने के लिए जिला उद्योग केंद्र ने डीएम को प्रस्ताव भेजा है। डीएम ने उद्योग विभाग को पत्र भेजा दिया है।
जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक रामशरण राम ने बताया कि कोकून बैंक होने से भागलपुर के बुनकरों को रेशम धागे की कमी नहीं होगी। अभी झारखंड के धागे पर निर्भर रहना पड़ रहा है। बुनकरों को धागा तैयार के लिए रिलिंग मशीन उपलब्ध कराने की भी योजना है। बुनकरों को तीन से चार फीसद ब्याज दर पर पूंजी उपलब्ध कराने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। आसानी से उपलब्ध होगा बाजार
बुनकरों को बाजार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके लिए बुनकर मॉल का प्रस्ताव तैयार किया गया है। भागलपुर में पटना के खादी मॉल के तर्ज पर खोला जाएगा।
बुनकर कल्याण समिति के सदस्य अलीम अंसारी ने कहा कि कोकून बैंक व मॉल खुलने से बुनकरों को लाभ होगा। पिछले दस सालों से बुनकरों के द्वारा कोकून बैंक की स्थापना की माग की जा रही है।