भागलपुर में एक बार फिर निजी डॉक्टर की लापरवाही ने एक मासूम की जान ले ली। ताजा घटना कंपनी बाग क्षेत्र में हुई, जहां रंजीत मंडल ने अपने बेटे को बुखार के चलते झोलाछाप डॉक्टर के पास ले गए।
झोलाछाप डॉक्टर ने बच्चे की स्थिति को गंभीर बताकर उसे डॉक्टर कामरान के पास रेफर किया। यहां बच्चे की हालत बिगड़ गई और उसे जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया, जहां उसकी मौत हो गई।
रंजीत मंडल ने बताया कि उनके बेटे को पिछले दो दिनों से बुखार था। उन्होंने पहले पास के ग्रामीण डॉक्टर से संपर्क किया, जिन्होंने बच्चे को दो सुई लगाई और उसे आगे रेफर कर दिया। डॉक्टर कामरान ने भी बच्चे को सलाइंग चढ़ाई और इलाज के लिए पैसे लिए, लेकिन अंततः बच्चे को मायागंज रेफर किया गया, जहां उसकी मृत्यु हो गई।
यह घटना एक बार फिर सवाल उठाती है कि भागलपुर में निजी क्लीनिकों में मरीजों की सुरक्षा को लेकर स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी कब तक जारी रहेगी। स्थानीय नागरिक अब न्याय की आस लगाए बैठे हैं, जबकि स्वास्थ्य अधिकारियों की कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं आई है।