भागलपुर में मकर संक्रांति पर्व को लेकर तिलकुट का बाजार पूरी रौनक पर है। शहर के तिलकामांझी चौक, वैरायटी चौक और पन्ना मिल मार्ग समेत विभिन्न इलाकों में तिलकुट की दुकानें सज गई हैं। गया जिले के कारीगरों द्वारा तैयार किए गए तिलकुट की सुगंध दूर-दूर तक लोगों को आकर्षित कर रही है।
दुकानदारों ने बताया कि इस साल तिलकुट की कीमतों में गिरावट जरूर आई है, लेकिन इसकी गुणवत्ता ग्राहकों को खूब भा रही है। बाजार में तिलकुट 150 रुपये से 700 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है। खासतौर पर खुआ-मावा वाले तिलकुट की जबरदस्त मांग है।
भागलपुर में प्रतिदिन 10-15 क्विंटल तिलकुट तैयार हो रहा है। इसमें भागलपुर के 250 से अधिक कारीगर जुटे हुए हैं, वहीं गया से भी विशेष कारीगर बुलाए गए हैं। दीपक कुमार शाह जैसे दुकानदारों ने बताया कि गया के तर्ज पर यहां उच्च गुणवत्ता वाले तिलकुट का निर्माण किया जा रहा है, जो लोगों को बहुत पसंद आ रहा है।
मकर संक्रांति के मौके पर लोग मिठाई की जगह तिलकुट को सगे-संबंधियों को सौगात के रूप में भेजना पसंद कर रहे हैं। बाजार में चूड़ा 36-40 रुपये प्रति किलो, काला तिल 180-200 रुपये, सफेद तिल 220-240 रुपये, गुड़ 42-48 रुपये, और दही 80-100 रुपये प्रति किलो बिक रहा है।
इस साल मकर संक्रांति पर तिलकुट के कारोबार में शानदार बढ़ोतरी की उम्मीद है। दुकानदारों का कहना है कि तिलकुट की बिक्री अभी से जोरों पर है और आगे और बढ़ने की संभावना है।