


झोपड़ी में सो रहे थे दादा-पोता, आंधी-तूफान में वज्रपात से उजड़ गया परिवार
भागलपुर: बिहार सहित भागलपुर जिले में सोमवार देर रात तेज आंधी और बारिश के साथ वज्रपात ने कहर बरपाया। इस दौरान भागलपुर के अमडंडा थाना क्षेत्र अंतर्गत सनहौला पंचायत के सुरमनिया गांव में वज्रपात की चपेट में आने से एक 55 वर्षीय बुजुर्ग की दर्दनाक मौत हो गई।

मृतक की पहचान सतीश पासवान के रूप में हुई है। घटना उस वक्त हुई जब वे अपने पोते के साथ झोपड़ी में एक ही बिस्तर पर सोए हुए थे। अचानक तेज आंधी और बिजली गिरने से झोपड़ी के पास खड़े ताड़ के पेड़ में आग लग गई। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि दूर-दूर तक उसकी रोशनी दिख रही थी। आग में झुलसता ताड़ का पेड़ देखते ही देखते झोपड़ी पर आ गिरा, जिससे सतीश पासवान की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। सतीश पासवान अपने परिवार के कमाऊ सदस्य थे। उनके तीन बेटे और चार बेटियां हैं।

मृतक के भतीजे रजनीश भारती ने बताया कि “चाचा काम से लौटकर घर आए थे, खाना खाकर पोते के साथ झोपड़ी में सो गए। रात करीब डेढ़ बजे आंधी के साथ ताड़ का पेड़ झोपड़ी पर गिरा। हम लोग उन्हें अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।”
घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। ग्रामीणों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की है।
प्राकृतिक आपदा की इस दर्दनाक घटना ने पूरे गांव को गमगीन कर दिया है।
