अपनी मांगों को लेकर बैंक कर्मी लगातार दूसरे दिन भी हड़ताल पर है, 15 दिसंबर को जिले के सभी बैंक कर्मियों ने 16 दिसंबर और 17 दिसंबर को बैंक हड़ताल करने का निर्णय लिया था ,उसी बाबत 16 दिसंबर को बैंक कर्मियों ने सभी बैंकों को हड़ताल पर रखा था और आज दूसरे दिन भी सभी बैंक कर्मी हड़ताल पर हैं, मीडिया से बात करते हुए बैंक कर्मियों ने कहा कि दो दिवसीय बैंक हड़ताल का मुख्य कारण है सरकार का जो प्रस्तावित निजी करण बिल लाई है यह कहीं से सही नहीं है, चाऐ वह बैंक कर्मी हो या उद्योगपति हो या फिर नीचे तबके के लोग। सभी बैंक कर्मियों काएक सुर में कहना हुआ इसका पुरजोर विरोध करते हैं !
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन भागलपुर के कर्मियों ने केंद्र सरकार का विरोध करते हुए बैंक के निजीकरण प्रस्ताव को लेकर काफी नारेबाजी करते दिखे ,उन लोगों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि छोटे बड़े सभी तबके के लोगों के लिए है परंतु निजी करण से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, इससे बैंक के ग्रामीण शाखाएं बंद होने की बात होगी,कृषि ऋण में कमी होने की बात हो, उद्योग ऋण की बात हो ,या फिर शिक्षा ऋण में कभी की बात हो या फिर बेरोजगार युवक को नौकरी देने की बात हो,सभी में परेशानी होगी इसलिए हम सभी बैंक कर्मी निजीकरण को लेकर केंद्र सरकार का विरोध करते है, हम सभी बैंक कर्मियों की मांग नहीं मानी गई तो हम लोग अनवरत हड़ताल पर रहेंगे।