भागलपुर में सदियों से बंद पड़े विधुत शवदाह गृह का हुआ उद्घाटन
भागलपुर के बरारी श्मशान घाट में 2 करोड़ 68 रूपए की लागत से तैयार विद्युत शवदाह गृह का गुरुवार को मेयर सीमा साह और उप मेयर राजेश वर्मा ने उद्घाटन कर इसे आम लोगों को सुपुर्द कर दिया है। इस संबंध में डिप्टी मेयर राजेश वर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीज की मौत और अन्य गरीब परिवारों को शव दाह गृह के शुरू होने से अब उनके परिजनों को जिल्लत नहीं सहनी पड़ेगी।
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की लड़ाई में असफल योद्धाओं की मौत पर उनके दाह संस्कार के लिए भी परिजनों को खासे परेशानियों का सामना करना होता है। यहां तक कि लगातार घाट पर अनाप सनाप पैसों की डिमांड परिजनों से कि जाती है। वहीं बिचौलियों की डिमांड पूरी नहीं होने पर लाश का दाह संस्कार तक नहीं करने दिया जाता है। उन्होंने शवदाहगृह ऐसे लोगों के लिए लाभप्रद सिद्ध होने की बात कही। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शव दाह गृह बनने से बिचौलियों की अवैध कमाई पर विराम लग गया है। जिससे नाराज होकर ये लोग शव दाह गृह को नुकसान पहुंचा सकते हैं। उप मेयर ने संभावित खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन से 24 घंटे शव दाह गृह के सुरक्षा में कर्मी को प्रतिनियुक्त करने की मांग की है।
उप मेयर राजेश वर्मा की माने तो अभी फिलहाल कोरोना काल तक शवदाह गृह में अंतिम संस्कार निःशुल्क रहेगा, वहीं इसके बाद भी मामूली शुल्क रखा जाएगा जिससे कि किसी को भी शुल्क देने में आर्थिक तंगी का सामना ना करना पड़े। वहीं दूसरी ओर विद्युत शवदाह गृह को आधुनिक संसाधनों से लैस किया गया है। इसमें एक शव को जलाने में लगभग 45 मिनट लगेगा| जबकि यह मशीन काला धुआं को रूपांतरित कर सफेद बना देगा। जबकि शरीर का दस्ट मशीन के पार्टिकल पानी टैंक में जमा हो जाएगा और बाद में उसका उपयोग खाद के रूप में होगा