भागलपुर जंक्शन, जो मालदा डिवीजन में रेलवे के लिए सबसे अधिक राजस्व उत्पन्न करने वाला स्टेशन है, को प्रधानमंत्री और रेल मंत्री द्वारा एक बड़ी सौगात दी गई है। इस जंक्शन से हावड़ा तक पहली बार वंदे भारत ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है, जिसे 15 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी से हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इससे पहले, आज वंदे भारत ट्रेन का कोच भागलपुर जंक्शन पहुंचा, जहां इसका ट्रायल किया गया।
ट्रायल के दौरान डीआरएम मनीष कुमार के नेतृत्व में रेलवे अधिकारियों ने भागलपुर रेलवे जंक्शन से रामपुरहाट जंक्शन के बीच इस ट्रेन का सफल ट्रायल किया। भागलपुर के लोग इस ऐतिहासिक क्षण का गवाह बने, जहां चमचमाते वंदे भारत ट्रेन के कोच को देखकर उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। यह ट्रेन लोगों की पुरानी मांग को पूरा करती है, जो लंबे समय से भागलपुर जंक्शन से राजधानी या अन्य सुपरफास्ट ट्रेनों की सेवा की उम्मीद कर रहे थे।
वंदे भारत ट्रेन की शुरूआत से भागलपुर और हावड़ा के बीच यात्रा का समय कम हो जाएगा, जिससे यात्रियों को अत्यधिक सुविधा होगी। स्थानीय व्यापारियों और यात्रियों ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त किया। उनका कहना है कि इससे न सिर्फ यात्रियों का सफर आसान होगा, बल्कि क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।
भागलपुर से हावड़ा के बीच चलने वाली यह ट्रेन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगी। इसमें ऑटोमेटिक दरवाजे, आधुनिक सिग्नलिंग सिस्टम, उच्च गति और आरामदायक सीटें होंगी, जो यात्रियों को हवाई जहाज जैसी यात्रा का अनुभव देंगी। इसके अलावा, ट्रेन का समय सारणी भी यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है, जिससे उन्हें अपने गंतव्य तक पहुंचने में कम समय लगेगा।
ट्रेन की चमचमाती कोच और ट्रायल को देखकर स्थानीय लोगों में उत्साह की लहर दौड़ गई है। लोगों ने इसे भागलपुर के लिए ऐतिहासिक दिन करार दिया और उम्मीद जताई कि यह सेवा इस क्षेत्र की आर्थिक और सामाजिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।