बिहार के भागलपुर में विशेष केन्द्रीय कारा के मृत कैदी की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जेल प्रशासन ने पोस्टमार्टम के बदले अब शव को दाह-संस्कार के लिए परिवारवालों को सौंप दिया है। कोरोना की रिपोर्ट आने के बाद जेल में बंद कैदियों के बीच हड़कंप मच गया है। जेल अधीक्षक संजय कुमार ने कहा कि कैदियों को कोरोना जांच के साथ बुधवार से बंदी वार्ड को सेनिटाइज कराया जाएगा।
सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के एक व्यक्ति नवंबर महीने से जेल में बंद था। सोमवार तड़के उसके सीने में दर्द और सांस फूलने की शिकायत सामने आई थी। इलाज के लिए जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल भेजा गया, लेकिन 10 मिनट के अंदर डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। शव की परीक्षण रिपोर्ट तैयार करने आए जगदीशपुर अंचल के सीओ सोनू भगत ने कैदी के लक्षण देखकर कोरोना मरीज होने का संदेह जताया।
यह बात जेल अधिकारी को बुरी लग गयी थी और वे सफाई देने लगे, लेकिन सीओ ने बरारी पुलिस और अस्पताल के डॉक्टर को कैदी की कोरोना जांच कराने को कहा था। मंगलवार दोपहर रिपोर्ट आने के बाद जेल अधिकारियों के हाथ-पैर फूलने लगे।
जेल में कैसे संक्रमित हुए कैदी
कोरोना संक्रमण को लेकर लॉकडाउन के दौरान कैदियों की मुलाकाती पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। सप्ताह में एक दिन कैदियों को मोबाइल पर बात कराई जाती है। नये कैदियों को 14 दिनों के लिए मुंगेर जेल भेजा जाता है। उसके बाद भागलपुर जेल में लाया जाता है। जेल के कक्षपालों का डयूटी के बाद डेरा आना-जाना लगा रहता है। लोगों की मानें तो जेल में मुलाकाती बंद है, लेकिन बाहर से खाने व पहनने का सामान अंदर भेजा जाता है। जेल अधिकारी इस कड़ी पर भी जांच कर रही है।