भागलपुर- पवित्र सावन महीने में सुलतानगंज से लगातार कांवड़ियों का जत्था बैधनाथ धाम जा रहा है अमूमन कांवड़िया पैदल या दौड़ते हुए या फिर दण्ड देते हुए जाते है। लेकिन सुलतानगंज में कच्ची कांवड़िया पथ पर एक कांवड़िया ऐसा दिखा जो काफी कष्टप्रद यात्रा कर रहे हैं। दरअसल समस्तीपुर के निहाल सिंह बिच्छू बम बन कर जा रहे हैं। बिच्छु के तरह हाथ के बल वह सुलतानगंज से बैधनाथ धाम की 105 किलोमीटर की दूरी तय करने निकल चुके है। इनका हाथ निचे पैर ऊपर रहता है और इस तरह एक बार मे वह 100 मीटर ही चल पाते है फिर थोड़ी देर रुकने के बाद हाथ के बल आगे बढ़ते हैं।
ऐसे में उन्हें बैधनाथ धाम पहुंचने में एक महीने से अधिक का वक़्त लग सकता है। रास्ते मे लोग उन्हें बिच्छू बम के नाम से पुकारते हैं। जब निहाल सिंह से हमने बात की तो उन्होंने बताया कि सात साल पहले पिताजी की तबियत बिगड़ी थी आइजीआइएमएस पटना में भर्ती थे उस वक़्त हमने महादेव से कामना की थी की पिताजी अगर स्वस्थ होते है तो वह सुलतानगंज से बैधनाथ धाम दंड देते हुए जाएगा। अस्पताल में थोड़ी ही देर बाद से पिताजी के तबियत में सुधार होने लगी जिसके बाद वह कई बार दण्ड देते हुए बैधनाथ धाम गए फिर भी महादेव के प्रति बहुत आस्था है इसलिए इस बार बिच्छू की तरह जा रहे हैं महादेव ने हमें सब कुछ दे दिया है।