गोसाई गांव के गंगा तट पर आयोजित हो रहे श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के तीसरे दिन वृंदावन से आए कथावाचक पंडित स्वामी नारायण दर्शन जी महाराज ने कथा के दौरान कहा कि भगवान भाव के भूखे होते हैं आप जितना भाव से उन्हें पूजेंगे वह आपको उतने ही उसी रूप में दिखेंगे इसलिए भगवान का पूजन पूरी श्रद्धा निष्ठा के साथ करना चाहिए साथ ही उन्होंने कहा कि मानव तन एक काफी कठोर परिश्रम के बाद मिला है ।
अपनी भावना और अपनी सोच यानी आप जैसा देखेंगे जैसा सुनेंगे आप वैसा ही करेंगे इसलिए हमेशा सच्चाई के मार्ग पर चलकर भक्ति भजन के साथ मनुष्य को आगे बढ़ना चाहिए वहीं तीसरे दिन की कथा में स्वामी जी नें कथा में एक से बढ़कर एक भजन से श्रोताओं को भावविभोर कर दिया । मौके पर ग्रामीण शंभू यादव, टिंकू यादव, अशोक यादव, अमित कुमार, ईलू कुमार, सुमन यादव, अजित कुमार यादव, संतोष कुमार, सुमित कुमार, निर्मल, रितेश, सुधीर, अनिल, आनंद सहित सैकड़ों महिला व पुरुष भक्त कथास्थल पर उपस्थित होकर कथा का श्रवण कर रहे थे ।