भागलपुर: तीन दिन पहले शुरुआत हुई साहिबगंज-भागलपुर-किऊल मेमू पैसेंजर से गिरकर सोमवार को दो यात्री घायल हो गए। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस ट्रेन में यात्रियों की बेतहाशा भीड़ उमड़ रही है। सीट में निर्धारित सीट एक हजार से चार गुणा पैसेंजर सफर कर रहे हैं। सीट से लेकर पायदान पर लटकर यात्रा करने को मजबूर हैं। सफर के दौरान यात्री शारीरिक दूरी का पालन नहीं कर रहे हैं, यात्रियों की भीड़ के आगे रेलवे भी पूरी तरह बेबस है। यात्रियों ने रेलवे प्रशासन से ट्रेन की संख्या और मेमू में कोच बढ़ाने की मांग की है। सोमवार को मेमू पैसेंजर में एकचारी और घोघा स्टेशन सवार होने के लिए यात्रियों की भीड़ स्टेशन पर उमड़ गई। कोई खिड़की से कोच में प्रवेश किया तो कई गलत दिशा से सवार हुए। रेल पुलिस के जवान मूकदर्शक बनी रही। लैलख-घोघा के बीच एकचारी निवासी देवनारायण तांती और ताडऱ निवासी मदन ठाकुर गेट पर सफर कर रहे थे। भीड़ के कारण दोनों चलती ट्रेन से गिर गए।
भीड़ के कारण नहीं प्रवेश कर सके कोच में, लौट गए
मेमू पैसेंजर में ज्यादा भीड़ होने की वजह से सबौर, भागलपुर और सुल्तानगंज स्टेशन पर दर्जनों यात्री सफर करने से वंचित रह गए। टिकट लेने के बाद भी भीड़ के कारण कोच के अंदर प्रवेश नहीं कर सके। ऐसे में यात्रियों को वापस घर लौटना पड़ा। भागलपुर जंक्शन पर मेमू पैसेंजर से किऊल तक सफर करने आए यात्री राहुल, रामप्रवेश मंडल, स्वेता और राजीव ने बताया कि ट्रेन में काफी भीड़ है। ऐसे में कोच में प्रवेश करना भी मुश्किल था। रेलवे को दूसरी ट्रेन चलाने और मेमू में और कोच की संख्या बढ़ानी चाहिए।
मेमू में बढ़ेगी कोच की संख्या : डीआरएम
मालदा रेल मंडल प्रबंधक (डीआरएम) यतेंद्र कुमार ने बताया कि मेमू पैसेंजर में कोचों की संख्या बढ़ाने के लिए पूर्व रेलवे मुख्यालय कोलकाता को आग्रह किया गया है। एक-दो दिनों में इसमें चार- पांच बोगियां बढ़ जाएगी। इससे काफी हद तक यात्रियों को सहूलियत होगी।