भागलपुर: समाहरणालय स्थित कचहरी चौक पर एक अजीबोगरीब घटना में एक महिला अपने दो छोटे बच्चों के साथ बीच सड़क पर बैठकर जमकर हंगामा करने लगी। महिला, मनीषा कुमारी, अपने एक दूध मुंहे बच्चे और दूसरे छोटे बच्चे के साथ जिलाधिकारी के खिलाफ नारेबाजी कर रही थी। महिला का कहना था कि उसे कोई रोजगार नहीं है और वह जिलाधिकारी से लोन की गुहार लगाने के लिए कई महीनों से चक्कर काट रही है, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो रही है।
मनीषा कुमारी ने चेतावनी दी कि यदि उसकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वह बीच सड़क पर आत्मदाह कर लेगी। इस घटना के कारण कचहरी चौक पर भारी जाम लग गया, जिसके बाद ट्रैफिक पुलिस और स्थानीय पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची।
महिला ने सदर अस्पताल के रवैये की भी कड़ी आलोचना की और आरोप लगाया कि जब उसकी नॉर्मल डिलीवरी होनी थी, तो डॉक्टरों ने जबरन बड़ा ऑपरेशन कर दिया। उन्होंने सवाल उठाया कि “डॉक्टर भगवान के रूप माने जाते हैं, फिर मेरे साथ ऐसा क्यों किया गया?”
गौरतलब है कि मनीषा कुमारी का पति मुकेश कुमार रिक्शा चलाकर अपने परिवार का पालन-पोषण करता है। महिला के इस विरोध प्रदर्शन के कारण चौक पर काफी देर तक जाम लगा रहा। अंततः महिला और पुरुष पुलिस बल ने मिलकर महिला को समझा-बुझाकर चौक से हटाया, जिसके बाद यातायात सामान्य हुआ।