राजनीति पर बोली अब ना बाबा ना – पूजा चटर्जी
पूजा चटर्जी के गीतों पर युवकों ने लगाये ठुमके
प्रदीप विद्रोही
भागलपुर।
विक्रमशिला महोत्सव के दूसरे दिन इंडियन आइडल सीजन-थ्री की फाइनलिस्ट पूजा चटर्जी के गाये फिल्मी गीतों पर दर्शकों ने भी खूब ठुमके लगाये। काले रंग के ड्रेस में पूजा खूब आकर्षक लग रही थी। पूजा ने स्टेज पर आकर पहले दर्शकों का अभिवादन किया फिर किशोर कुमार के गाये गीत ओ मेरे दिल के चैन… गाया। इसके बाद भोजपुरी भक्ति गीत निमिया के डाढ़ी मैया झुलेली झुलनिया… प्रस्तुत किया। बीडी जलइले जिगर से पिया, जिगर मा बड़ी आग है, ये मेरा दिल प्यार का दीवाना… लैला ओ लैला कैसी हो लैला… दमादम मस्त कलंदर… थारा बिना लागे नाहीं मारा जिया रे….. मेरे रश्के कमर तूने पहली नजर… खाय के पान बनारस वाला होली के गीत होली खेले रघुवीरा अवध में… रंग बरसे भीगे चुनरवाली… होलिया में उड़े रे गुलाल… बलम पिचकारी जो तुने मुझे मारी… गाकर दर्शकों को खूब तालियां बटोरी. लड़का आंख मारे… के साथ पंजाबी तड़का मारा अवखां का यो काजल डाला… एक से बढ़कर एक गीत प्रस्तुत किये। पंडाल में बैठे दर्शक ने भी उनके गीतों पर खूब ठुमके लगाये। कभी अलविदा न कहना गीत के साथ उनका कार्यक्रम समाप्त हुआ। साथ आये डांस ग्रुप द्वारा आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किया।
बॉक्स खबर :
@ पूजा चटर्जी बोली…
संगीत ही सब कुछ, मेरे संबंध सभी से अच्छे
सो, इस सफर से अब मेरा कोई नाता नहीं महोत्सव के मंच पर चढ़ने से पूर्व इंडियन आइडल फेम और धनबाद (झारखंड) की रहने वाली सिंगर पूजा चटर्जी ने अपनी पूर्व की राजनीतिक सफर के सवाल पर कुछ भी बोलने से गुरेज की। दो टूक बोली मेरे संबंध सभी राजनीतिक दलों के लोगों से मधुर है। सो इस सफर से अब मेरा कोई नाता नहीं। उन्होंने दो टूक कहा संगीत ही मेरा सब कुछ। भागलपुर मेरा ननिया ससुराल है। आज भागलपुर में खूब घूमी। शॉपिंग भी की। मैं भागलपुर अपने ननिया ससुराल दूसरी बार आई हूं। मेरे पति के दादा चाचा थे स्व किशोर दा सर। कहलगांव स्थित विक्रमशिला काफी खुबसूरत जगह है। पूजा ने आगे बताया कि यह ज्ञान की धरती है। इसलिए हमें इतनी सुकून की नींद आज यहां आई है। अरसा बाद आज खूब दिए। 2020 में और आज में बहुत चेंजिंग आ गया है। कहलगांव में प्रकृति की छटा और लहलहाते खेतों को देख बोली मेरा बस चलता तो मैं यहां की सारी हरी सब्जियां मुम्बई ले जाती। मैं कहलगांव की सब्जी पर फिदा हो गई हूं। मुझे गर्व है कि विक्रमशिला महोत्सव में मुझे अपनी प्रस्तुति देने का दूसरा मौका मिला है। कहलगांव की बीच गंगधार में स्थित मनोरम तीन पहाडी जा कर गंगा मां का आशीर्वाद प्राप्त किया। शांति धाम में पूजा अर्चना की। मेरे पिता को भी गाने का शौख था। उनसे ही मुझे गाने की प्रेरणा मिली है। हमारे गुरू पंडित अजय चटर्जी हैं। उन्हीं के आशीर्वाद के कारण आज मैं इस मुकाम पर हूं। फिल्म गदर में मेरे गुरूजी ने गीत गाया है। नये साल में मेरा एक एलबम आ रहा है। पूर्व में इंटरनेशनल एल्बम में भी गा चुकी हूं। विदेशों में भी कई शो कर चुकी हूं।
@ कांग्रेस के टिकट पर इलेक्शन लड़ चुकी पूजा : मालूम हो कि पूजा की शुरुआती पढ़ाई मध्यप्रदेश के इंदौर से पूरी हुई है। इसके बाद वे कॉलेज डिग्री लेने मुंबई गईं। वहां उन्होंने सिंगिंग की ओर रुख किया। पूजा इंडियन आइडल 3 में कंटेस्टेंट तौर पर चुने जाने के बाद फाइनल तक पहुंचीं। इसके बाद उन्होंने अपनी सिंगिंग से देशभर में पहचान बनाई। झारखंड के बगोदर असेंबली सीट से पूजा कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुकी हैं। हालांकि, उनको कामयाबी हाथ नहीं लगी। भविष्य में राजनीति सफर के सवाल पर पूजा ने कुछ भी बोलने से गुरेज किया।