बिहार में भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट मोड में है। विभाग ने जिलाधिकारियों के साथ वीसी कर तैयारियों की समीक्षा की। साथ ही आपदा बलों को विशेष चौकस रहने को कहा है।
दरअसल मौसम विभाग ने 12 जुलाई तक बागमती बेसिन में भारी बारिश की चेतावनी दी है। इससे बिहार के 14 जिलों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न होने की आशंका जताई गई है। अगर ऐसा हुआ तो कम से कम 50 लाख की आबादी बाढ़ संकट में फंस सकती है। हालांकि प्रभावितों की संख्या इससे कहीं अधिक होगी। कोरोना काल में यह संकट प्रशासन के लिए भारी न पड़े, इसे देखते हुए जिलों को किसी भी परिस्थिति से निपटने को कहा गया है।
अलर्ट की सूचना के बाद नदी के तटीय इलाकों में माइक से प्रचार किया जा रहा है। लोगों को भी सचेत रहने की अपील की जा रही है। महिलाओं, बच्चे व वृद्धों की पहचान कर ली गई है।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 13 टीमों को बाढ़ के खतरे के मद्देनजर संवेदनशील जिलों में तैनात किया गया है। बाढ़ बचाव तथा अन्य अत्याधुनिक आपदा प्रबंधन उपकरणों के साथ कटिहार, अररिया, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, मोतिहारी, बेतिया, नालन्दा, छपरा, पटना तथा बक्सर में इनकी तैनाती की गई है। जबकि एसडीआरएफ की 14 टीम और होमगार्ड के 100 जवानों को पूर्णिया, खगड़िया, सीवान, पटना, भागलपुर, सहरसा, मुजफ्फरपुर, वैशाली,मधुबनी, सीतामढ़ी, मधेपुरा, समस्तीपुर में तैनात किया गया है।
जवानों को कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए विशेष तौर पर प्रशिक्षित किया गया है। जवानों को पीपीई किट, सेनेटाईजर, मास्क, फेस शील्ड, साबुन, हैंड वाश, फैब्रिकेटेड फेस हुड कवर आदि व्यक्तिगत तौर पर दिया गया है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।