बिहार में स्वास्थ्य विभाग के अवर सचिव के पद पर सेवानिवृत्ति के बाद एक साल के लिए संविदा पर कार्य कर रहे विवेकानंद ठाकुर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें सेवा से हटा दिया गया।
विभाग के अवर सचिव सिधेश्वर चौधरी द्वारा जारी आदेश के अनुसार हाईकोर्ट से जुड़े एक मामले को लेकर विवेकानंद ठाकुर पर कार्रवाई की गई और उनकी संविदा को समाप्त कर दिया गया।
उन्हें सेवानिवृत्त होने के बाद 1 फरवरी 2020 से एक साल के लिए संविदा के आधार पर नियोजित कर सेवा अवधि का विस्तार दिया गया था। कोरोना संकट के बीच यह पहला मामला है जिसमें किसी अधिकारी पर कार्रवाई की गई गयी है।