एक भवन के मात्र दो कमरों में चल रहा दो विद्यालय, कपकपाती ठंड में भी बिना दरी के ही बैठ कर पढ़ाई करते 500 बच्चे
रिपोर्ट:- निभाष मोदी, भागलपुर।
भागलपुर, बिहार में शिक्षा का कैसा है खेल, सरकार की व्यवस्था है पूर्णरूपेण फेल,सरकार की ओर से एक तरफ जहां सरकारी स्कूल में बच्चों का दाखिला बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है lवहीं कई स्कूलों में उन्हें बैठाने व पढ़ाई की समुचित व्यवस्था तक नहीं है lऐसी स्थिति किसी एक सरकारी स्कूल में नहीं बल्कि जिले के 75 प्रतिशत विद्यालयों में है। बच्चों की संख्या के अनुसार कक्षाएं नहीं है और ना ही बैठने के लिए दरी व बेंचl प्रतिदिन शिक्षा की स्थिति बद से बदतर होती चली जा रही है।
ऐसा ही मामला एक बार फिर कहलगांव प्रखंड में कुछ प्राथमिक विद्यालय के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते शिक्षक व शिक्षा व्यवस्था की तस्वीर उभरकर सामने आई है।
बताते चलें कि यह कहलगांव प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय भोला टोला का हैl यहां एक ही कक्षा में सभी कक्षा के बच्चों को ठंड के मौसम में भी जमीन पर बैठ कर पढ़ाई करनी पड़ती हैl बच्चे ठंड से ठिठुरते रहते हैं परंतु पदाधिकारियों को इसकी कोई सुध नहींl
लचर व्यवस्था के चलते इस भवन में दो कमरों में दो विधालय के तकरीबन 500 बच्चों में 30 से 35 बच्चे ही स्कूल आते हैं, साथ ही साथ प्राथमिक विद्यालय रानी दियारा पश्चिम टोला कहलगांव का भवन गंगा के कटाव में जब से समाया है तब से यह विद्यालय भी इसी प्राथमिक विद्यालय भोला टोला में चल रहा है।
इस विषय पर भागलपुर जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने साफ तौर पर कहा की मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं हैl साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हम लोग अभी ज्यादा कुछ कर पाने की स्थिति में नहीं हैl सारे विद्यालय को बेंच डेस्क दिलवाने के लिए हमारे पास बजट नहीं है। अब सवाल यह उठता है कि क्या इसी तरह विद्यालय के एक ही कमरे में बच्चे भेड़ बकरी कि तरह पढ़ाई करते रहेगें और ठंड में जमीन पर बैठकर ठिठुरते रहेंगे?
आइए देखते हैं क्या कहते हैं यहां के बच्चे व शिक्षक….