भागलपुर/ निभाष मोदी
भागलपुर बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर में लगे कृषि मेले के समापन में ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार पहुंचे। उन्होंने कृषि मेले में लगे स्टॉल का निरीक्षण किया। खास कर मखाना प्रोसेसिंग के बारे में जाना। उन्होंने मोटे अनाज से बने केक को भी काटा। साथ ही किसान को कैसे बढ़ावा मिले, इसपर उन्होंने तीन पुस्तक का भी लोकार्पण किया। कृषि मेले के तीसरे दिन जलवायु अनुकूल कृषि पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि जिस तरह से मौसम में परिवर्तन होता है, उसके अनुकूल खेती करने से किसानों की आमदनी बढ़ेगी। उसपर कृषि विश्वविद्यालय सबौर काम भी कर रहा है।
जलवायु अनुकूल कृषि पर हुई चर्चा
जलवायु अनुकूल कृषि पर चर्चा की गई। इसमें कई तरह के विषयों पर चर्चा की गई। मंच से प्रोफेर आरके सुहाने ने बताया कि जलवायु के अनुकूल खेती करनी चाहिए। इससे पैदावार के साथ साथ आमदनी बहु अच्छी होती है। जल जीवन हरियाली पर चर्चा की गई उन्होंने बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र के अनुसंधान का ही ये परिणाम है कि हर जगह जल जीवन हरियाली का मॉडल अपनाया गया। वहीं उन्होंने बताया अब मौसम के अनुकूल खेती करने को लेकर किसानों को बताया जा रहा है। फसल चक्र के बारे में भी चर्चा की गई। किसानों की आमदनी कैसे बढ़े विश्वविद्यालय इस पर शोध करती है और किसानों तक पहुंचाती है। इससे किसानों के आमदनी को बढ़ावा मिलता है।
तीन पुस्तक का किया लोकार्पण
मेले में पहुंचे मंत्री ने तीन पुस्तक का लोकार्पण भी किया। इसमें पोषण वाटिका, कृषक समाचार व फसल रोग निवारण पर लिखे पुस्तक का लोकार्पण किया गया। इससे किसानों को कई तरह की मदद मिलेगी। किसान इससे अपने फसल के रोग का निवारण करवा पाएंगे।