बिहार कृषि विश्वविद्यालय का पूर्ववर्ती छात्र सम्मेलन कल यानि 23 अप्रैल से शुरू होगा | इस दो दिवसीय पूर्ववर्ती छात्र सम्मेलन का आयोजन बिहार कृषि विश्वविद्यालय के एलमेनाई एसोसिएशन ने किया है | इस आयोजन में लगभग चार सौ पूर्ववर्ती छत्रों के हिस्सा लेने की संभावना है | देश-विदेश में कार्यरत यहाँ के पूर्ववर्ती छात्र इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए सबौर में आज से ही जुटने लगे हैं | पूर्ववर्ती छात्र इस सम्मेलन के माध्यम से अपने बीते लम्हों को फिर से ताज़ा करेंगे | अपने पूर्ववर्ती छत्रों को स्वागत के लिए विश्वविद्यालय का प्रबंध समिति जोर-शोर से तयारी कर रहा है |
कल सुबह 10 बजे माननीय कुलपति डॉ डी. आर. सिंह द्वारा सम्मेलन का उद्घाटन किया जाएगा | माननीय कुलपति के पहल पर इस सम्मेलन का थीम जल-संरक्षण रखा गया है साथ ही “वर्क इस वर्शिप एंड वर्क विद स्माइल” स्लोगन के जरीय पूर्ववर्ती छात्रों को बेहतर कार्यकुशलता के साथ कार्य करने का संदेश दिया जाएगा | पूर्ववर्ती छात्र अपने पुराने दिनों को याद करते हुए छात्रावास सहित पूरे परिक्षेत्र और नए भवनों का भी भ्रमण करेंगे |
हजारों पूर्ववर्ती छत्रों के दिल में बसता है सबौर
भले ही विश्वविद्यालय के रूप में बीएयू की पहचान मात्र तेरह वर्ष पुरानी हो लेकिन एक महाविद्यालय के तौर पर एक बेहतरीन कृषि शिक्षण संस्थान की पहचान 115 वर्ष पुरानी है | पूरे विश्व मे कृषि शिक्षा में प्रसार से स्नातकोत्तर का अध्ययन यहीं से शुरू हुई | कभी यहाँ के छात्रों से देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र बाबू ने आजादी के उपरांत देश को भुखमरी से उबारने के लिए पत्र लिखकर आह्वान किया था |