कस्तूरबा विद्यालय में बनेंगे गृह वाटिका जिससे बच्चियों को कृषि क्षेत्र में होंगे कई अनुभव
भागलपुर के बिहार कृषि विश्वविद्यालय ने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय सबौर को गोद ले लिया है, यहां के बच्चे अब कृषि वैज्ञानिक बनेंगे, इसकी पहल करते हुए कृषि विश्वविद्यालय ने उन बच्चों के लिए कई मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराई है जिससे उन्हें पढ़ाई से लेकर कृषि के क्षेत्र में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी, जिसकी उन्हें सख्त जरूरत थी इससे बच्चे काफी खुश हैं और कृषि के प्रति काफी जागरूकता आई है।
कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने कहा बच्चियों को कृषि के प्रति जागरूक करना यह पहल बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर की अनूठी पहल है ,इस विश्वविद्यालय में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय को गोद लिया जिससे बच्चियों के मन में कृषि से लगाव देखा गया, यह काफी सकारात्मक परिणाम होगा साथ ही उन्होंने कस्तूरबा बालिका विद्यालय की बच्चियों को बधाइयां दी और कृषि विश्वविद्यालय का धन्यवाद ज्ञापन किया।
वही बिहार कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ डीआर सिंह ने कहा हमारे बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर ने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय को गोद ले लिया है इसका मुख्य उद्देश्य है कि बच्चों में कृषि के प्रति जागरूकता बड़े क्योंकि आज के युवा पीढ़ी कृषि में रुचि नहीं ले रहे हैं यह कहीं ना कहीं अपने राष्ट्र के लिए चिंता का विषय है वहीं उन्होंने कहा हमारे कृषि विश्वविद्यालय में जो भी कृषि से संबंधित विशेष कार्यक्रम होंगे उसमें इन बच्चों को आमंत्रित किया जाएगा जिससे उसके मन में कृषि के प्रति जागरूकता बड़े और इस विद्यालय में एक गृह वाटिका भी बनाई जाएगी जिससे बच्चे सीखेंगे कैसे खाली जगहों को पौधा लगाकर उपयोग में लाया जाए और अपने क्षेत्र को प्रदूषण रहित बनाया जाए।
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय सबौर की छात्रा सिंपल कुमारी ने बताया आगे चलकर नौकरी करने से ज्यादा फायदा किसानी करने में है क्योंकि जब तक किसान नहीं रहेंगे तो कोई भी लोग जिंदा नहीं रह पाएंगे साथ ही उसने कहा हमें आगे पढ़ाई करके कृषि वैज्ञानिक बनना है उसके लिए हमें कृषि विश्वविद्यालय से काफी सपोर्ट मिल रहा है इसके लिए कृषि विश्वविद्यालय को छात्रा सिंपल ने धन्यवाद भी कहा।