हर गली मोहल्ले में उपलब्ध है शराब, स्मैक व गांजा
नवगछिया : भगवान जगत के कण कण में हैं, लेकिन कही नजर नही आते। बस उसी तरह बिहार में शराब की स्थिति है। दिखता तो कही नही लेकिन मिलता हर जगह है। यह कहना है यहां के रहने वाले लोगों का। दरसल यहां राज्य में पिछले आठ सालों से पूर्ण शराबबंदी है, बावजूद इसके शराब का अबैध कारोबार यहां बड़े स्तर पर हो रहा है। जबकि पुलिस तंत्र खुफिया सूत्र की मदद से प्रतिदिन अधिकांश थाना क्षेत्रों से अबैध भंडारण, निर्मित शराब का अबैध ठेका की जप्ती एवं बरामदगी व गिरफ्तार पियक्कड़ों की टोली आदि कार्यवाई यह बयां करने के लिए काफी है कि यहां शराबबंदी नाममात्र की है। जबकि पूर्ण रूप से लागू शराबबंदी को सफल बनाने के लिए उत्पाद विभाग से लेकर स्थानीय थाना लगी हुई है। इसके बावजूद इलाके में शराब बरामदगी व सेवन शराबबंदी की सत्यता को उजागर करता है, कि क्या बिहार में शराब बंदी है?
नवगछिया में शराब के साथ तेजी से पांव पसार रहा स्मैक और गाजा, युवावर्ग हो रहे स्मैक गाजा के शौकीन
भागलपुर जिलांतर्गत नवगछिया पुलिस जिला के सभी थाना क्षेत्रों में शराब, गाजा और स्मैक का कारोबार खूब फल फूल रहा है। जिससे यहां के युवावर्ग नशे के शौकीन होते जा रहे हैं। यहां के युवा शराब के अलावे स्मैक व गाजा जैसे नशा की ओर तेजी से अपना कदम बढ़ा रहे हैं। इन नशीली पदार्थों के बारे में तो लोग यह कह रहे हैं कि जिस तरह से भगवान जगत के कण कण में हैं लेकिन कही नजर नही आते, ठीक उसी प्रकार शराब, स्मैक व गाजा का हाल है। यह कही दिखाई तो नही देते लेकिन बड़ी आसानी से हर जगह उपलब्ध हो जाती है। ज्ञात हो कि बिहार को नशामुक्त बनाने के लिए सरकार की ओर से कई तरह के योजना व जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। परंतु जिस तरह से यहां नशा का काला कारोबार फल फूल रहा है इससे यह साबित होते दिख रहा है कि यहां नाम मात्र का शराबबंदी है। जबकि शराब के अलावे गाजा और स्मैक भी हर गली मोहल्ले में मिलने लगा है। हालांकि पुलिस ने नशे के विरुद्ध अभियान छेड़ा हुआ है, परंतु इसपर पूर्ण विराम नही लगा पा रहे हैं। पुलिस अगर इधर छापेमारी करती है तो कारोबारी उस राह से नशीले पदार्थों को पार कर गंतव्य तक ले आते हैं।
नवगछिया पुलिस जिला के नारायणपुर में शराब, स्मैक और गाजा का हो रहा कारोबार
बताते चले कि भवानीपुर थाना क्षेत्र के नारायणपुर में हर चौक चौराहे पर शराब, स्मैक व गाजा का कारोबार चोरी छिपे किया जा रहा है। वही नदी किनारे कई ठिकानों पर बड़ी संख्या में युवाओं को नशे का सेवन करते देखा जा सकता है। नशा को लेकर पुलिस विभाग के कुछ अधिकारी इस बात को स्वीकारते हैं लेकिन अबतक पुलिस के हाथ केवल छोटा मोटा शराब कारोबारी तक ही पहुंच सके हैं। शराब, स्मैक और गाजा के कारोबारी का तार इतना मजबूत दिख रहा है कि इस कड़ी को तोड़ पाना या विलग करना पुलिस के लिए असम्भव प्रतीत होता है। क्योकि पुलिस जितना इस ओर कार्यवाई कर रही है उससे अधिक इसका कारोबार बढ़ते जा रहा है। जिसे रोकना पुलिस के लिए एक टेढ़ी खिर लग रही है। क्योकि पहले तो नशा सेवन के लिए सिर्फ शराब और गाजा का प्रचलन था लेकिन अब इसके अलावे स्मैक जैसे महंगे नशे का प्रचलन बहुत तेजी से बढ़ा है। इसके दलदल में युवावर्ग फंस कर भविष्य बर्बाद कर रहे हैं।
बेटा घर मे करता है स्मैक का सेवन
वृद्ध पिता ने कहा किसी दिन भी हो सकती है मेरी हत्या
बेटे की हड़कत से परेशान पिता ने सपरिवार विषपान कर आत्म हत्या करने की दी धमकी
नवगछिया पुलिस जिलांतर्गत भवानीपुर थाना क्षेत्र के मधुरापुर बाजार निवासी नुनूलाल साह पिता स्व छोटेलाल साह के पुत्र रोहित कुमार साह 26 वर्ष स्मैक जैसे घातक नशे का आदि हो गया है। रोहित अपने माता पिता के सामने देर रात तक स्मैक का सेवन अपने घर मे बैठकर करता है। रोहित को स्मैक जैसे खतरनाक नशा का सेवन करता देख पिता नुनुलाल साह घुटघुटकर जी रहा है। नुनूलाल अपने पुत्र की हालत देखकर फफक फफक कर रोते हैं औऱ कहते हैं कोई मेरे बेटे को ठीक कर दे, मेरा बेटा स्मैक सेवन करता है। नुनूलाल ने बताया कि रोहित तीन साल से स्मैक का सेवन कर रहा है। उसको सुधारने के लिए हमने उसे जेल भी भेजा लेकिन जेल से वापस आते ही फिर स्मैक के गिरफ्त में चला गया। उसने घर का सामान व जेवरात भी स्मैक के लिए बेच दिया है। वह हमेशा स्मैक के नशे में डूबा रहता है। रोहित की शादी पांच वर्ष पूर्व खगरिया जिला के मड़ैया में हुई है। स्मैक सेवन का विरोध उसकी पत्नी भी करती थी जिसको लेकर वह उसे मायके छोड़ आया है। रोहित तीन बहन व दो भाई में छोटा है। बड़ा भाई परदेस में रहकर कमाता है। इधर 62 वर्षीय अकेला नुनूलाल इलाके में किसी आयोजन पर घर पर जाकर रसोइया का काम कर परिवार चलाता है। वही पुत्र रोहित कमाता नही है, बल्कि घर मे माता-पिता के सामने स्मैक का सेवन करता है। वही मना करने पर घर मे तोड़फोड़ करता है और अपशब्द कहकर मां पिता को हट जाने को कहता है। अन्यथा घर से निकाल भगाने की धमकी देता है। बेटे की हालत देख परेशान पिता नुनूलाल कहता है कि बेटे की हड़कत से अब सपरिवार जहर खाकर आत्महत्या कर लेगा या घर बेचकर यहां से कही चला जाएगा। नुनूलाल ने बताया कि घर का जेवर और अन्य समान भी उसने स्मैक के लिए बेच दिया है। बता दें कि तीन साल पूर्व रोहित पिता के साथ मिलकर मन लगाकर काम करता था। वही अब नशे में दिनरात डूबा रहता है। रोहित मधुरापुर बाजार के कुछ नशे के सौदागरों के संपर्क में आने के बाद धीरे-धीरे स्मैक का आदि होते चला गया। अब उसे स्मैक न मिले तो घर मे विवाद करता है। जिससे रोहित के माता पिता समेत घरवाले परेशान व हलकान है। नुनूलाल ने नवगछिया एसपी से कार्यवाई की गुहार लगाया है। अब सवाल यह उठता है कि जब बिहार में पूर्ण शराबबंदी है, बिहार को नशामुक्त बनाने के लिए सरकार ने मुहिम छेड़ रखा है इसके बावजूद यहां स्मैक, शराब व गाजा जैसे नशा का कारोबार जोरशोर से हो रहा है।