बिहार में वैश्विक महामारी के प्रकोप के साथ ही बिहार में बाढ़ का खतरा उतनी ही तेजी से बढ़ रहा है पूरा बिहार को रोना और बाढ़ की चपेट में है बाढ़ से लाखों लोग प्रभावित है तो वही कोरोना संक्रमण की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है बता दें कि कोरोना संक्रमितों की संख्या और बाढ़ को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने वोट एंबुलेंस बनाया है. इससे बाढ़ में फंसे कोरोना मरीजों को कोविड अस्पताल तक पहुंचाया जा रहा है. कोरोना बोट को राघाेपुर प्रखंड के सैदाबाद जेटली व जमीनदारी घाट पर तैनात किया गया है. नाव पर बने एंबुलेंस में तमाम तरह की सुविधाएं मौजूद हैं. इस पर बेड, पल्स मीटर और ऑक्सीजन सिलिंडर भी है.
यह देश का पहला ऐसा स्पेशल कोरोना एंबुलेंस है, जिस पर कोरोना पॉजिटिव मरीजों को गांव से कोरोना अस्पताल तक ले जाया जायेगा. इस संबंध में एसीएमओ डॉ ज्ञान शंकर ने बताया कि दरअसल बाढ़ प्रभावित लोगों को कोरोना काल में दोहरी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. लोगों की सुविधाओं को देखते हुए ऐसी व्यवस्था की गयी है, ताकि समय रहते कोरोना मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाया जा सके
बिहार इस वक्त बाढ़ की मार झेल रहा है. तकरीबन 70 हजार की आबादी बाढ़ से प्रभावित है. दूसरी तरफ, कोराना संकट भी गहराता जा रहा है. ऐसे में बाढ़ की समस्या होने की वजह से लोग कोविड अस्पताल तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. इस समस्या को देखते हुए ऐसे स्पेशल कोविड वोट एंबुलेंस की व्यवस्था की गयी है, जो एक सराहनीय कदम है.
वहीं राज्य में कोरोना को लेकर थोड़ी राहत की खबर है. लगातार दो दिन 3900 से अधिक नये केस मिलने के बाद रविवार को 3021 नये पॉजिटिव ही पाये गये. शुक्रवार को 3992 व शनिवार को 3934 नये पॉजिटिव मिले थे. जबकि तीनों दिन 75 हजार से अधिक जांच हुई. यानी तीन दिनों में नये केस में 24% से अधिक की गिरावट आयी है. राज्य में कोरोना पॉजिटिवों की संख्या 82 हजार 741 हो गयी है.