बिहार बिहार में पृथ्वी दिवस के मौके पर लगाए गए पौधे बनाया गया रिकॉर्ड बता दें कि बिहार में रविवार को एक अनोखा रिकॉर्ड बनाया है. जल जीवन हरियाली अभियान के तहत बिहार में हरित क्षेत्र को बढ़ाने के लिए सरकार ने जो 2.51 करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य रखा था, वो रविवार को पूरा कर लिया गया है. पौधारोपण मिशन के तहत बिहार पृथ्वी दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में पौधारोपण किया. पटना के आर ब्लॉक के पास आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम में उनके साथ डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी और पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव भी मौजूद रहे. इन लोगों ने भी इस मौके पर पौधारोपन किया. इसके साथ ही राज्य के अलग अलग हिस्सों में भी लक्ष्य पाने के लिए सभी स्तरों पर पौधारोपण किया गया.
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों ही इस मिशन के संबंध में जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न संकट को कम करने के लिए राज्य में शुरू किये गये जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत तहत सभी तरह की सड़कों के दोनों ओर और तालाबों आदि के किनारों पर बड़ी संख्या में सघन वृक्षारोपण किया जा रहा है.
आनेवाले बिहार पृथ्वी दिवस के दिन नौ अगस्त को एक दिन में राज्य में दो करोड़ 51 लाख पौधे सार्वजनिक स्थलों पर लगाये जाएंगे. उन्होंने कहा कि झारखंड से बंटवारे के बाद बिहार का हरित आवरण नौ प्रतिशत रह गया था. हरित आवरण क्षेत्र को बढ़ाने के लिए वर्ष 2012 में हरियाली मिशन की शुरुआत की गयी. 24 करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें 22 करोड़ से ज्यादा पौधारोपण किया गया.
राज्य का हरित आवरण 15 प्रतिशत है जो अब बढ़कर 17 प्रतिशत से भी अधिक हो जायेगा. उन्होंने कहा कि बिहार में मनरेगा के तहत पौधारोपण कार्यक्रम चलाया जा रहा है. ग्रामीण विकास विभाग ने राज्य में एक करोड़ 17 लाख से ज्यादा पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है. राज्य के जिन जिलों ने पौधारोपण कार्यक्रम में बेहतरीन प्रदर्शन किया है, उनमें पूर्णिया के अंदर 136 फ़ीसदी, कैमूर में 120, सहरसा में 108, सारण में 105, अरवल में 105, भागलपुर में 105, नालंदा में 101, किशनगंज में 101 फ़ीसदी पौधारोपण हुआ है. सीवान और वैशाली के साथ गया में शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया गया.