बिहार पुलिस का राह चलते लोगों को परेशान करने की खबरें आम हो गई हैं, चुनाव की आड़ में बिहार में पुलिस लगातार आम लोगों को परेशान कर रही है ऐसी ही एक घटना गुरुग्राम के निवासी आदित्य के साथ हुई
आदित्य राघव नामक व्यक्ति जो कि गुरुग्राम के निवासी हैं, अपनी दादी की तबियत ख़राब होने की वजह अपने पैत्रिक गाँव जो कि दरभंगा जिले में हैं वहां गए थे से, आदित्य अपनी पत्नी और ४ महीने के बच्चे के साथ दिनांक २ मई २०२४ को तेजस राजधानी से घर गये थे। अपनी दादी का कुशल क्षेम जानने के बाद वह अपने गाँव से वापस आ रहे थे दरभंगा से पटना आने के लिए आदित्य ने रोडबेज की कैब बुक कर रखी थी । इत्तफाक से दरभंगा से पटना जाने के लिए वही गाड़ी आयी थी जिससे वह २ मई तो पटना से दरभंगा आये थे । रास्ते में मुज़फ़्फ़रपुर के पास २ पुलिस वाले ने हाथ देकर गाड़ी रोकी । ड्राइवर ने गारी रोक दी और गेट खोलकर बाहर निकलने के लिए बोला, आदित्य ने पुछा क्या बात है ? तो पुलिस वाले ने बताया की रूटीन चेकअप है । वह गाड़ी से उतरगए और पुलिस वाले के कहने पर बैग खोलकर सामान दिखाने लगे, तभी एक पुलिसकर्मी अपने हाथ में मोबाइल लेकर सामान का वीडियो बना रहे थे । बैग खोलने के बाद ही पुलिस वाले ने कहा ठीक है हो गया जाइये । आदित्य कैब में बैठ गए और पटना के लिए निकल पड़ा । रास्ते में 4 महीने का बच्चा काफी रोने लगा था, इसलिए आदित्य ने चन्दन जी जो की रोडबेज कैब के ड्राइवर थे, उनको कहा की “आप थोड़ा जल्दी चलिए” ।
यह लोग अपने गंतव्य की और जा रहे थे, तभी अचानक एक सिविल ड्रेस में सज्जन ने पहले हाथ दिया, फिर उनके साथ एक पुलिसकर्मी ने लाठी से गाड़ी साइड करवाया । गाड़ी रुकते ही सिविल ड्रेस में जो सज्जन थे उन्होंने चन्दन (ड्राईवर) जी से बोला की शीशा नीचे करो और वे डैश बोर्ड चेक करने लगे, इसी आप धापी में आदित्य का 4 महीने का बच्चा डर गया । तभी पुलिस वाले जिनका नाम प्रमोद है , वो लाठी दिखते हुए आये और बोला की “बैग दिखाओ”। आदित्य उनकी जांच में सहयोग करने के लिए तैयार थे। ज़िप खोलने के बाद, उन्होंने प्रमोद जी से बोला की कितनी बार चेक करोगे ? उन्होंने फिर गुस्से में लाठी दिखाते हुए बोला की ” दूसरा बैग खोलो, और ज्यादा बकवास मत करो नहीं तो २ घंटे थाने में बिठा दूंगा तो सारी हेकड़ी गुम हो जाएगी।
आदित्य ने बताया कि “अगर मेरे एक बात पुछ्ने के सजा यही है तो आगे बढ़ो आप” । वहां पर एक सज्जन बिना बर्दी के और एक पदाधिकारी वर्दी में सब देख रहे थे । आदित्य श्रीमान प्रमोद से बात कर ही रहा था की उनहोने उनपर डंडे से वार करना शुरू कर दिया । गाड़ी के अंदर बैठी उनकी पत्नी और 4 महीने का छोटा बच्चा था वो लोग यह देख कर डर गए, फिर आदित्य ने अपने जेब से मोबाइल निकालकर घटना रिकॉर्ड करने की कोशिस भी की लेकिन प्रमोद नामक पुलिसकर्मी ने फिर उनके ऊपर लाठी से हमला करने लगे। इस पूरे घटना को देखने वहां काफी भीड़ जमा हो गयी थी, और पुलिस की वर्दी में प्रमोद आदित्य की पिटाई करने लगे आदित्य की पत्नी और बच्ची भी कर के अंदर रो रहे थे । वहां पर अचानक एक पुलिस की वर्दी में पदाधिकारी उपस्थित हुए और हँसते हुए बोले की “मैं सब देख रहा था” मैंने बोला की “सवाल पूछने का अंजाम लाठी से पिटाई है” ? तो उन्होंने बोला की “ज्यादा गर्मी चढ़ी है आज तुम्हें थाने में बिठा ही देता तुम्हें” । लाठी के चोट की वजह से आदित्य के पैर और सर में तेज़ दर्द हो रहा था । बच्चे और पत्नी भी डरे हुए थे आदित्य को पटना जंक्शन से ट्रैन भी लेना था दिल्ली के लिए ।
इसलिए वह वहां से निकल गए। थोड़ी दूर जाने के बाद उन्होंने ११२ पर कॉल करके सारी बातें बताने की कोशिस की लेकिन वहां से भी कोई सकारात्मक उत्तर नहीं मिला । उन्होंने अततः अपनी समस्या वीडियो के माध्यम से बिहार पुलिस और सक्षम अधिकारी को X प्लेटफार्म पर साझा कर दिया । सुबह दिल्ली पहुँचने के बाद अपने अपने घर के बस गुडगाँव में सदर अस्पताल गए जहाँ चिकित्सा विधिक जाँच हेतु अनुरोध किया फिर जाँच के उपरांत घर वापिस आया ।