बिहपुर – बिहपुर प्रखंड के बीएमसी उर्दू मध विद्यालय में गलत तरीके से बहाल रसोईया व विशिस सचिव को हटाने के लिए स्कूल के पूर्व अध्यक्ष ईबरार आलम ने आययुक्त,डीएम व डीईओ समेत शिक्षा विभाग के अधिकारी को आवेदन दिया है.आवेदन में कहा कि कुछ वर्ष पूर्व जब मैं स्कूल का अध्यक्ष था.उस समय विभागीय आदेश के आलाेक में 60 वर्ष पूरा कर चुकी रसोईया जुबेदा खातून व खैरूनिशा को हटाने के बाद आमसभा के द्वारा इनके स्थान पर जबैरा की बहू समीना खातून व खैरूनिशा के सथान पर सालेहा खातून को नियुक्त किया गया.
बाद में तत्कालीन स्कूल प्रभारी के द्वारा गलत तरीके से समीना खातून को सचिव व उनकी 60 वर्ष पूर कर चुकी सास काे पुन: एवं समीना के पति का भी नियम विरूद्ध रसोईया बना दिया.विगत कई वर्षों से विशिस गठन हेतू बैठक न कराकर समीना को ही सचिव बनाए रखा गया है.ताकि एमडीएम की राशि गबन हो.समीना का रसोईया पति मुबारक कभी स्कूल में खाना नहीं बनाता है.आवेदन में यह भी बताया गया है कि रसोईया जुबैरा व मुबारक मां-बेटा है.दोनो के उम्र के बीच का अंतर मात्र सात वर्ष का है.रयोईया मुबारक दिव्यांग पेंशन व जुबैरा वृद्धापेंशन उठाती है.समीना खातून इस स्कूल की सचिव कैसे बनी हुई है।यह एक गंभीर सवाल है.पूर्व अध्यक्ष ईबरार आलम ने अधिकारियों से रसोईया समीना को सचिव पद से हटाते हुए धोखाधड़ी करने वाले मुबारक व उनकी मां जुबैरा को भी कार्यमुक्त किया जाए.