बिहपुर – रविवार को बिहपुर के खानका ए आलिया फरिदिया मोहब्बतिया में धर्म गुरू हजरत सैयदना बाबू हुजूर नेहाल अहमद शाह रहमतुल्लाह अलैहे का सालाना दो दिवसीय उर्स ए पाक समापन हो गया. जलसे व उर्स की सदारत खानका के सज्जादानशीं हजरत अली कौनैन खां फरीदी एवं जेरे कयादत नायव सज्जादानशी हजरत मौलाना अली शब्बर खां फरीदी ने किया. दस बजे दिन से महफिले शमा, कुल शरीफ व खानकाही कवबाली का आयोजन हुआ .
इससे पूर्व देर रात तक आयोजित जलसे मे विभिन्न राज्य से आये हुये औलमाए कराम व शायरे इस्लाम ने उनके जीवन पर प्रकाश डालत हुये कहाकि जो भी लोग इन वुजूरगो से दुआ मांगते है उनकी मुरादें पूरी होती है .जलसे का आगाज हाफिज काडी आमीर आजम ने तिलवते कुरान शरीफ से शुरू किया. जलसे में पश्चिमबंगाल के मौलाना शाहनवाज़ हुसैन क़ादरी, सीतामढी मौलाना खुर्शीद आलम, खगडिया से मौलाना अबूसालेह फरीदी.,
ने कहाकि खानकाहो के वलियों व वुजूरगो के बताये हुये रास्ते पर चलना चाहिए.नात खानी में झाडखंड के शायरे इस्लाम अली हैदर फैजी, मोजफरपुर के शायरे इस्लाम मोजफर अंजुम ,मधेपुरा से शायरे इस्लाम जमजम आलम ने बाबू हुजूर की सानमे नात शरीफ व मनकबत सुनाकर लोगो को झुमने पर मजबूर कर दिया. जलसे का संचालन करता मौलान बदरूजमा ने किया .खानकाही कवबाली मे मधेपुरा के खलील एवं समस्तीपुर के अकरम फरीदी ने खानकाही कवबाली सुनाया.मौके पर कई इलाके के लोग मौजूद थे.