नारायणपुर – प्रखंड के शहजादपुर पंचायत के मध्य विद्यालय अमरी बिशनपुर में कार्यरत शिक्षिका वीणा कुमारी को बिना निलंबन पत्र मिले निलंबन का आरोप लगाया गया है। जिसको लेकर जिलापदाधिकारी एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी को सामुहिक हस्ताक्षर देकर ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापक अंजनी कुमार भारती के विरुद्ध एक साजिश के तहत उसे निलंबित करार देने का आरोप लगाया है।शिक्षिका वीणा कुमारी ने आवेदन के माध्यम से बताती है की नारायणपुर प्रखंड मुख्यालय में कार्यरत एक बिचौलिया शिक्षक के मिलीभगत से बीपीआरओ नीतीश कुमार के द्वारा बिना विद्यालय का निरीक्षण किए बैठै बैठे कार्य की रूप रेखा तैयार की गई है जिसको लेकर बीपीआरओ की भूमिका संदिग्ध लगता है।
शिक्षिका बताती है की मुझपर पर किसी के द्वारा क्या आरोप लगाया है,उसके विरोध क्या शिकायत किया गया है। इसकी जानकारी उन्हें अभी तक नहीं है। लेकिन सूत्रों से जानकारी मिली है कि बीपीआरओ ने बिना विद्यालय पहुंचे जांच किए बिना उस शिकायत पर मुझे निलंबित कर दिया है। लेकिन निलंबन पत्र मुझे विधिवत प्राप्त नहीं हुआ है । ग्रामीण और छात्रों के द्वारा हंगामा करने पर जब पिछले दिनों नारायणपुर बीईओ मो.शमी अहमद ने विद्यालय पहुंचकर जांच किया तो उन्होंने कहा कि वीणा कुमारी का निलंबन रुकेगा यह अपने मूल विद्यालय में बनी रहेगी। अंजनी कुमार भारती पर टीम गठित करके जाँच कर कार्रवाई होगी। लेकिन अंजनी कुमार भारती की मनमानी एवं शिक्षा विभाग की उदासीनता से दिख रही है कि एकतीस जुलाई को बीईओ शमी अहमद ने अंजनी भारती को पत्र प्रेषित करते हुए निर्देश दिया है कि वरीय शिक्षक प्रेमानंद कुमार को तीन दिनों में प्रधानाध्यापक का प्रभार दिया जाये।
वावजूद इस पत्र की अवहेलना करते हुए एक अगस्त को वीणा कुमारी को निलंबित मानते हुए उसे विद्यालय से विरमित करने का निर्देश अंजनी कुमार भारति ने मध्य विद्यालय नारायणपुर में योगदान देने का पत्र जारी किया है ।इस बाबत ग्रामीणों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार से मिलकर विद्यालय की समस्या को भी रखते हुए कहा कि इससे छात्रों के पठन पाठन पर असर पड़ रहा है। ग्रामीण सिकंदर मंडल ने कहा कि अंजनी कुमार भारती के मनमानी से शिक्षा विभाग की शिथिलता साफ तौर पर दिख रही है।क्योंकी अंजनी भारती के द्वारा अधिकारी के बात की भी अवहेलना किया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि शिक्षा विभाग के अनुसार यदि अंजनी कुमार भारती कुर्सी नहीं छोड़ेगा तो ग्रामीण एकजुटता के साथ सड़क से सदन तक की लड़ाई लड़ेगें। इधर शिक्षिका वीणा कुमारी ने बीईओ को आवेदन दी है जिसमें कहा गया है कि मध्यान्ह भोजन साधनसेवी ने भी विद्यालय का निरीक्षण किया तो साधनसेवी ने निलंबित मानते हुए शिक्षिका से पंजी पर हस्ताक्षर नहीं करने दिया। जिसको लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है और विधालय में पठन-पाठन बाधित बताया जा रहा है।