प्रतिनिधि बिहपुर – प्रखंड स्थित खानका ए आलिया फरिदिया मोहब्बतिया बिहपुर शरीफ में धर्म गुरू सूफी संत हजरत सैयदना बाबू हुजूर नेहाल अहमद खॉ फरीदी रहमतुल्लाह अलैह के याद में सालाना उर्स ए पाक व जश्न ए मेराजे मुस्तफा उर्स ए बाबू हुजूर शुक्रवार को आयोजित हो गया खानका ए फरिदिया के सज्जादा नशीं हजरत अली कौनैन खॉ फरीदी एवं नायब सज्जादा नशीं हजरत मौलाना अली शब्बर खां फरीदी की सदारत में उर्स ए पाक व जलसा का आयोजन किया गया.
जलसे में आये नेपाल के मशहूर मौलाना हजरत मो0 इब्राहिम साहब चतुर्वेदी, वोकारो के हजरत मौलाना मो जुनैद जमाली साहब, भागलपुर के हजरत मौलाना मो अबूसालेह फरीदी, ने कहाकि बाबू हुजूर अलैहरहमा का सारा जीवन नेकी भलाई में गुजरा था हमें भी उनके बताए हुये नेकी मुहब्बत एखलाक के मार्ग पर चलना चाहिए और खानकाहो के बलियो से निसबत मुहब्बत रखनी चाहिए तभी हम कामयाबी की मंजिल पा सकते हैं जलसे की शुरुआत हाफिज काडी मो आमिर आजम ने तिलाबते कुरान शरीफ से किया.
जलसे में शानदार मनकबत व नातिया कलाम सासाराम से आये हुये शायरे इस्लाम हजरत मो अखतर प्रवाज, मोजजफरपुर के सायरे इस्लाम हजरत मोजफर अंजुम, मधेपुरा के शायरे इस्लाम हजरत जमजम ने पैगंमबर मोहम्मद मुस्तफा सललाहो व बाबू हुजूर की शान में नात शरीफ सुना कर लोगो को झुमने पर मजबूर कर दिया. जलसे का संचालन मधेपुरा के काडी मो0 जुबेर आलम ने किया. सुबह दस बजे दिन से महफिले शमा, कुल शरीफ व नियाज फतिहा की गयी फिर उसके बाद उर्स ए पाक का समापन हुआ.
मौके पर कर्रार खॉ, रहबर खॉ, रहनुमा खान, फारूक आलम नकशबंदी, रिजवान खान, ताजउददीन खॉ, हस्सान खॉ, हजरत मौलाना शमसीर आलम, मौलाना इरफान आलम, काडी मोबशीर आलम, काडी राकीब रजा, आदि लोग मौजूद थे खानका परिषर को खुबसुरत लाईटो व फुलो से सजाया गया था समापन के मौके पर लोगो के बीच शिरणी लंगर तकशीम आम लोगो को किया गया. खानकाही कबबाल मो खलील एव समसतिपुर के कबबाल मो अकरम फरीदी ने खानकाही कबबाली सुनाया.