नवगछिया के रंगरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में नवजात शिशु की मौत के मामले में परिजनों ने चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए रंगरा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया है। मृतक बच्चे की मौसी छोटी खातुन के भाई मु. सज्जाद ने यह आवेदन दिया है।
आवेदन के अनुसार, 11 सितंबर को दोपहर 2:40 बजे मु. सज्जाद की बहन छोटी खातुन ने रंगरा सीएचसी में बच्चे को जन्म दिया था। नवजात शिशु की तबीयत खराब थी और उसे तुरंत ऑक्सीजन की जरूरत थी। हालांकि, जब शिशु को ऑक्सीजन लगाया गया, तो अचानक ऑक्सीजन आपूर्ति बाधित हो गई।
मु. सज्जाद का आरोप है कि उस वक्त सीएचसी में ड्यूटी पर तैनात गार्ड अरुण कुमार सिंह से जनरेटर चालू करने के लिए कहा गया, लेकिन उन्होंने बताया कि जनरेटर में तेल नहीं है और मरीज को रेफर करवा लेने की सलाह दी। उस समय ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर मनोरंजन कुमार सुमन ने भी नवजात शिशु को देखने की जहमत नहीं उठाई।
मु. सज्जाद का यह भी दावा है कि जब उन्होंने दबाव डाला तो गार्ड ने जनरेटर चालू करने की कोशिश की, लेकिन उसमें तेल नहीं था। इस देरी के चलते 30 मिनट बाद नवजात शिशु की मौत हो गई। इसके बाद उन्होंने डॉक्टर सुमन और जनरेटर ऑपरेटर अरुण कुमार सिंह पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
इस मामले में आवेदन की एक प्रति सिविल सर्जन भागलपुर को भी भेजी गई है। घटना के संबंध में रंगरा थानाध्यक्ष से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे फोन पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी।
परिजनों का कहना है कि अगर समय रहते ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाती और डॉक्टरों ने ध्यान दिया होता, तो बच्चे की जान बचाई जा सकती थी।