नवगछिया अनुमंडल में गंगा एवं कोसी नदी में हो रहे विभिन्न स्थलों पर हो रहे कटाव का स्थाई समाधान हेतु मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर जल संसाधन विभाग के दो सदस्यों के उच्च स्तरीय अभियंताओं की टीम ने किया गुरुवार को निरीक्षण किया.टीम में जलसंसाधन विभाग के केंद्रीय रूपांकन के मुख्य अभियंता ई राकेश कुमार एवं डिजाइन के मुख्य अभियंता ई सच्चिदानंद साह शामिल थे.कटिहार के मुख्य अभियंता ई अनिल कुमार व अधीक्षण अभियंता ई शशिकांत सिंहा व कार्यपालक अभियंता ई दिनेश कुमार साथ में मौजूद थे.निरीक्षण के दौरान टीम ने पूर्व में विभाग द्वारा दिये प्राक्कलन के अनुसाा मुख्य–मुख्य कटाव स्थलों का जायजा लिया. रंगरा चौक प्रखंड के ज्ञनी दास टोला, इस्माईलपुर -बिंद टोली ,करारी तिनटंगा स्थित जहाज घाट , जहान्वी चौक एवं अन्य स्थलों का भी निरीक्षण किया.
मौके पर केंद्रीय रूपांकन के मुख्य अभियंता राकेश कुमार के द्वारा प्रस्तावित योजना पर विशेष तौर पर मौके पर मौजूूद नवगछिया बाढ नियंंत्रण प्रमंडल के अभियंताओं से जानकारी लिया. जिसमें बताया गया कि गंगा नदी अचानक तिनटंगा जहाज घाट से मारा धार होते हुए ज्ञानी दास टोला की ओर नयी धारा में बहती लगी. जिस कारण यहां नदी का दबाव बना हुआ है. नदी के दबाव को कम करने के लिए यहां परक्यूपाईन या अन्य कार्य करने की योजना है.लेकिन यहां इस कार्य को तत्काल रूपांकन मुख्य अभियंता ने रोक लगाते हुए पुन:नये सिरे से विचार करने का निर्देश दिया. ज्ञानी दास टोला में हो रहे तीन से चार किलोमीटर लंबाई में कटाव को लेकर नदी का दबाव को कम करने के लिए पुरानी धार की पुुन:खुदाई करने एवं उसका स्टडी करने का निर्देश दिया. साथ ही इस्माईलपुर से बिंदटोली तटबंध का भी जायजा लिया जहां इस वर्ष बाढ़ के समय कटाव हुआ था.इस मौके पर कटिहार के मुख्य अभियंता इंजीनियर अनिल कुमार ने बताया कि हम लोगों ने अपने स्तर से नवगछिया अनुमंडल हेेतु दस योजनाओं का चयन कर प्राक्कलन बना कर स्वीकृति हेतु भेजा है.
जिसमें से कई स्कीम अभी तकनीकी सलाहकार समिति में लंबित है. पुन: इन जगहों पर वरीय पदाधिकारी के निर्देश के बाद स्थल निरीक्षण कराने आए थे. जिसमें दो मुख्यालय मुख्य अभियंता शामिल थे.उन्होंने बताया कि जल्द ही यहां पर कार्य स्वीकृत होने की उम्मीद है.मालूम हो कि ज्ञानी दास टोला में 2860मी में कटाव निरोधक कार्य के लिए प्रपोजल दिया गया था. लेकिन यहां पर अभी तक 1000मी में कार्य स्वीकृत होने की उम्मीद है.इसी तरह नदी के उस किनारे कई मीटर में बालू कटिंग करने की योजना है. जहांगीरपुर बैैसी में कटाव से बचाव के लिए कोसी नदी में 450 मीटर में कटाव निरोधक कार्य किया जाना है.