- सीएस ने चिकिस्तकों और अस्पताल कर्मियों को दी क्लीन चिट
नवगछिया प्रतिनिधि – नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में सोमवार को अनुमंडल अस्पताल परिसर में एक कथित रूप से पेड़ के नीचे हुए प्रसव मामले की जांच करने मंगलवार को सीएस भागलपुर डॉ उमेश शर्मा नवगछिया अनुमंडल कार्यालय पहुंचे. जानकारी मिली है कि उन्होंने मामले में पीड़ित परिवार, चिकित्सकों, स्वास्थ्य कर्मियों और अस्पताल उपकधीक्षक से बात चीत की और पूरे मामले की जानकारी ली. करीब एक घंटे तक सीएस ने अनुमंडल अस्पताल उपाधीक्षक के कक्ष में मामले की जांच करते देखे गए.
जांच के बाद पत्रकारों से मुखातिब हो कर सीएस ने कहा कि पेड़ के नीचे प्रसव नहीं हुआ था बल्कि महिला का गर्भपात हो गया था. गर्भपात प्रसूता की गलती से हुआ था. उसे अस्पताल से रेफर कर दिया गया था और एम्बुलेंस आने तक बेड पर ही रहने की सलाह दी गयी थी. लेकिन प्रसूता को भूख लग गयी और वह अपने परिजनों के साथ अस्पताल परिसर में ही पेड़ के नीचे चली गयी, जहां उसका गर्भपात हो गया. सीएस ने कहा कि मामले में किसी की गलती नहीं है.
अब अनुमंडल अस्पताल में सिजेरियन प्रसव की भी है व्यवास्था
सीएस ने पत्रकारों से कहा कि नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में अब सिजेरियन प्रसव कराने की भी व्यवास्था है. यह नवगछिया के लिए बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में लगातार सुविधाओं में बढ़ोतरी की जाती है. अब यहां पर हड्डी तोड़ एवं जोड़ रोग विशेषज्ञ भी हैं जो समुचित इलाज कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उक्त मामले में जांच के क्रम में उन्होंने सभी कर्मियों और चिकित्सकों को संजीदगी से काम करने का निर्देश दिया है. साथ ही उन्होंने अन्य प्रसूताओं से बात कर अस्पताल से मिल रही सुविधाओं की भी जांच की है. इस अवसर पर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ अरुण कुमार सिन्हा, चिकित्सा पदाधिकारी डॉ बीबी मंडल, डॉ ज्योत्स्ना, अजय कुमार सिंह, प्रवीण जगन्नाथ, सज्जन कुमार, सोनू कुमार समेत अन्य भी मौजूद थे.