भारत कोरोना वायरस महामारी से दुनिया में सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में तीसरे नंबर पर है। लेकिन, राहत की बात ये हैं कि यहां पर रिकवरी रेट काफी अच्छी है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मंगलवार को कोरोना की रिकवरी रेट 61.16 प्रतिशत दर्ज की गई है जबकि 1 करोड़ लोगों की जांच में देशभर के 1,115 लैब से मदद मिली है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, “आज रिकवर कर चुके मरीजों की संख्या बढ़कर 4,39,947 हो गई है। एक्टिव केस के मुकाबले 1 लाख 80 हजार 390 ज्यादा रिकवर कर चुके हैं। इसके बाद भारत में रिकवरी रेट 61.13 प्रतिशत हो गई है।”
भारत में रिकवरी रेट में यह बढ़ोतरी उस वक्त दर्ज की गई है जब पिछले 24 घंटे के दौरान 467 नई मौत के बाद कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 20 हजार के ऊपर हो गई है। देश में लगातार पांचवें दिन 20 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमण के मामले आए हैं।
हालांकि, अगर वैश्विक मृत्युदर से तुलना करें तो भारत सातवें नंबर है। वह अमेरिका, ब्राजील, ब्रिटेन, इटली, फ्रांस और स्पेन से कोरोना से के मामले में पीछे है।
एक दिन पहले भारत ने कोरोना के मामले में रुस का पीछा करते हुए तीसरे नंबर पर पहुंच गया और अब वह सिर्फ अमेरिका और ब्राजील से पीछे रह गया है। हालांकि, देश में एक लाख कोरोना मरीज होने में जहां 110 दिन लगे तो वहीं सिर्फ 49 दिनों में सात गुणा बढ़कर कोरोना के मामले 7 लाख के पार कर गए।
भारत में मृत्युदर करीब 2.8 फीसदी है और कुल एक्टिव केस कुल संक्रमित केस का करीब एक तिहाई है। इससे यह संकेत मिलता है कि देश की स्वास्थ्य व्यवस्था इस महामारी से लड़ने में सक्षम है।