भागलपुर,चतुर्मास में भगवान की आराधना की जाती है और माना जाता है कि इस दौरान तामसिक भोजन और शराब का सेवन भी नहीं करना चाहिए, चतुर्मास में आने वाले व्रत त्यौहार बहुत खास होते हैं ऐसे में यह भी माना जाता है कि इस दौरान पढ़ने वाले व्रत करते हैं तो वह कहीं यात्रा नहीं करते, इस चातुर्मास को लेकर जैन परिवार कल शहर में भव्य ध्वजारोहण कार्यक्रम का कार्यक्रम करेंगे आज प्रेस वार्ता के दौरान सुमित कुमार जैन ने बताया कि कल प्रातः ध्वजारोहण कार्यक्रम के बाद ही मंदिरों में विधि विधान के साथ पूजा पाठ की जाएगी वही.
बाहर से आए संतो ने कहा कि चतुर्मास में सभी जैन संत अपनी यात्रा रोक देते हैं और मंदिर आश्रम या संत निवास पर ही रहकर यम और नियम का पालन करते हैं जैन धर्म के अनुसार यह चार महाव्रत साधना और तक के रहते हैं इस दौरान सख्त नियमों का पालन करना चाहिए उन्होंने यह भी कहा कि जिसमें आभार व्यवहार आचार विचार हो उन्हें ही चतुर्मास कहते हैं साथी साथ उन्होंने बताया इस चातुर्मास में धर्म को साधा जाता है और क्रोध नहीं करते हुए संयम का पालन किया जाता है साथी भौतिक सुख सुविधाओं का त्याग करके संयमित जीवन बिताया जाता है।
कल के ध्वजारोहण शोभायात्रा को लेकर प्रेस वार्ता के दौरान मंदिर के कई अधिकारी एवं बाहर से जैन परिवार के दर्जनों आगंतुक अतिथि मौजूद थे।