भागलपुर/निभाष मोदी
ग्रामीणों का आरोप : घर पर छापेमारी करने आई पुलिस ने अभियुक्त की पत्नी और छः दिन के बच्चे के साथ की मारपीट
भागलपुर के नवगछिया पुलिस जिला के गोपालपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत डीमाहा गांव में 6 अप्रैल गुरुवार की रात अभियुक्त प्रदीप मंडल को पकड़ने गई पुलिस के साथ ग्रामीणों की झड़प हो गई, जिसको लेकर पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया,पुलिस के लाठी चार्ज के बाद गुस्साए भीड़ ने पुलिस पर हमला बोल दिया। बता दें की नवगछिया पुलिस जिला के गोपालपुर थाना की पुलिस टीम थाना क्षेत्र के डीमाहा गांव में एक आरोपी प्रदीप मंडल को पकड़ने गई थी। छापेमारी के क्रम में हीं एक पुलिसकर्मी ने आरोपी प्रदीप मंडल के पत्नी के साथ मारपीट किया। मारपीट के क्रम में हीं
पुलिस के लाठी भाँजने के क्रम में महिला की गोद में मौजूद छः दिन के बच्चे को एक लाठी जा कर लग गई। जिसके बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए, और पुलिस का घेराव कर हंगामा करने लगने। सूचना पर पहुंचे कई थानों की पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की लेकिन ग्रामीण कुछ भी सुनने को तैयार नही थे। जिसके बाद नवगछिया से पहुंचे वज्रा टीम ने मौके पर मौजूद लोगो पर लाठीचार्ज शुरू कर दिया। जिससे ग्रामीण और भी ज्यादा आक्रोशित हो गए, और पुलिस टीम को खदेड़ते हुए हमला कर दिया। जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीण के हाथ एक सिपाही घायल भी हो गया। आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क पर गिरा कर जमकर लाठी और लात घुसों से एक सिपाही की जम कर पिटाई कर दी, जिसके बाद वह सिपाही किसी तरह अपनी जान बचा कर भागने में सफल रहा।
अभियुक्त प्रदीप मंडल की पत्नी नूतन देवी का कहना है की पुलिस बिना किसी सर्च वारंट के हीं पहले घर पर छापेमारी करने पहुंची थी। घर में कोई भी पुरुष मौजूद नही थे जिसके बाद जबरन घर में घुस गया। जब हमने पूछा की क्या मामला है तो उन्होंने कहा की प्रदीप पर केस दर्ज है हमलोगो को तलाशी लेने का अधिकार है। जब मैने रोकने का प्रयास किया तो उन्होंने मेरे साथ मारपीट की और गोद में छह दिन के बच्चे के ऊपर भी लाठी चला दिया।
वहीं घटना के बाद अभियुक्त की पत्नी रह रह कर बेहोश हो रही थी। और एक हीं बात बोल रही थी की ये पुलिस की तानासाही है। पुलिस अपनी मनमानी कर रही है।
वहीं घटना के बाद मौके पर गोपालपुर थाना की पुलिस के अलावा, इस्माइलपुर पुलिस, नवगछिया, परबत्ता थाना एवं वज्रा टीम ने हालत को संभालने का प्रयास किया लेकिन भीड़ और भी ज्यादा उग्र हो गई।
नीतू देवी, घायल महिला, ने कहा की पुलिस जबरदस्ती घर के घुस कर कपड़ा फाड़ कर बेरहमी से मारा है। जब मेरा कपड़ा पकड़ कर फाड़ दिया तो हम बड़े साहब का कॉलर पकड़े। और फिर मेरे बच्चे को भी मारा। रोड पर दौड़ा दौड़ा कर मारा सब को। साथ ही उस महिला ने कहा कि तकरिवन 40 पुलिस थी।
प्रदीप मंडल, अभियुक्त, ने कहा की आने के बाद सीधे मारपीट किया गया और यहां के मुखिया के कहने पर ऐसा किया गया। पुलिस प्रशासन बार बार मेरे साथ ऐसा घटना करता है। कभी टैक्टर पकड़वा देता है तो कभी मारपीट करवा देता है। मेरे साथ इस तरह का दुर्व्यवहार हो रहा है हमे इंसाफ चाहिए।