नवगछिया – बात सामने आयी है कि व्यवसायी के घर पर जुलेखा पिछले कुछ माह से ही काम कर रही थी. काम के दौरान जुलेखा का पुत्र अक्सर व्यवसायी के घर आया जाया करता था. अनुसंधान में बात सामने आयी है कि जुलेखा के पुत्र ने एक बार रायफल देख कर व्यवसायी के परिजनों से पूछा था कि यह असली है या नकली. मालूम हो कि चोरी की घटना को दो नवंबर को तकरीबन नौ बजे रात्रि में घटना को अंजाम दिया गया था. तीन नवंबर को दिन भर इस घटना को चोरों के अलावा कोई नहीं जान रहा था. तीन नवंबर को रात्रि ग्यारह बजे जब गृहस्वामी घर आया तब चोरी के मामले की जानकारी हुई.
यह बात भी सामने आयी है कि रकम चोरी करने के बाद नाबालिग लड़कों को एक दिन का खुला समय मिला. इस दौरान लड़कों ने हर ख्वाहिश को पूरा किया. पहले दो मोबाइल, जूतों की खरीददारी की. होटलों में भी मनचाहे स्वाद का आनंद लिया. फिर लड़के ने अपने लिए एक स्थायी धंधे का जुगाड़ किया. एक टोटो खरीदने के लिये उजानी के मो मजलूम को एक मोबाइल गिफ्ट किया और एक लाख 70 हजार रुपये दिए. उक्त रकम और मोबाइल को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है.
युवक की मां जुलेखा प्रत्यक्ष रूप से भले ही घटना में शामिल न थी, लेकिन जब उसे मामले की जानकारी मिली तो उसने अपने पुत्र को संरक्षित किया और रकम और रायफल को भी छिपाने का प्रयास किया. जुलेखा इस घटना के बाद सब कुछ उजागर कर सकती थी लेकिन वह मोटी रकम के लोभ में आ गयी. एसडीपीओ दिलीप कुमार ने बताया कि घटना में कुल पांच लोग शामिल हैं. अन्य दो लोगों की पुलिस को तलाश है और लगभग तीन लाख रुपया बरामदगी के लिये पुलिस प्रयासरत है.