भागलपुर में 30 अगस्त की देर रात ताजिया जुलुस के दौरान असमाजिक तत्वों द्वारा मंदिर परिसर में पथराव की घटना का मामला अब कहीं कहीं न तूल पकड़ता जा रहा है। पक्ष हो या फिर विपक्ष इसको लेकर लगातार राजनीतिक मुद्दा बनाने में लगे हुए हैं। दरअसल उपद्रवियों द्वारा काली मन्दिर परिसर में पथराव की घटना को अंजाम दिया गया था। वहीं एक ओर बिहार में विपक्ष की भूमिका निभा रही बीजेपी इस मुद्दे को जोर शोर से.
हवा दे रही है और सरकार को सवालों के घेरे में लेकर उपद्रवियों की गिरफ़्तारी के लिए आमरण अनशन पर पीछले दो दिनों से बैठी है। वहीं इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा का बड़ा बयान सामने आया है,उन्होंने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए इसे सियासी ढोंग बताया है। विधायक अजीत शर्मा ने कहा भाजपा जाति और धर्म के नाम पर राजनीति करने वाली पार्टी है। जिसे समाज सरोकार से कोई मतलब नहीं, पड़ी है तो बस आपसी सौहार्द बिगाड़ कर सत्ता हासिल करने की।
विधायक ने कहा कि 1989 दंगे में जिस प्रकार दो समुदायों के बीच अराजकता फैला कर बीजेपी ने लोकसभा सीटों जीत हासिल की थी ठीक उसी प्रकार एक बार फिर मंदिर पर असामाजिक तत्वों द्वारा पथराव करवा कर धार्मिक उन्माद फैलाने की नीयत से खुद ही आमरण अनशन पर बैठ गई है। उन्होंने कहा कि सरकार की पूरी संवेदनाएं हैं और दोषियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अपने स्तर से कार्यवाही कर रही है कानून सबके लिए बराबर है लेकिन बीजेपी अपने निजी स्वार्थ के लिए राजनीति कर रही है।