आखिरकार सांकेतिक ही
सही पृथ्वीलोक पर भागलपुर में यमराज का आगमन हुआ। यमराज के पधारने के साथ ही हलचल सी मच गई। खुद यमराज और उनके साथ चित्रगुप्त भी थे। भागलपुर के कचहरी चौंक पर कोरोना से बचाव हेतु मास्क और वेक्सीन लगाने के लिए हड़काने लगे। उसी कड़ी में जब सांकेतिक रूप में जब एक चचरी पर लाश को ले जाया जा रहा था तो यमराज ने रोका और कहा कि अभी इसके मृत्यु का वक्त नहीं आया है। नरकलोक में जगह की कमी भी हो रही है।
पृथ्वी वासियों से यमराज ने यह भी कहा। उसी बीच भागलपुर के कुछ सामाजिक कार्यकर्ता जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर लौट रहे थे तो उनलोगों की साक्षात मुलाकात यमराज से हो गई। चुकी दो दिन पहले यमराज को चिट्ठी लिखकर उनके पते पर भेजने की बात हो रही थी। संयोग से मुलाकात हुई तो यमराज को पृथ्वीलोक के भागलपुर वासियों ने अपना दर्द सुनाया।
शमशान घाट की व्यवस्था और मृत शरीर के साथ प्रताड़ना की बात बताई। पूरे घटना क्रम को नाटकीय अंदाज में पेश किया गया है। खास मौके पर प्रो आनंद मिश्र, सोनू घोष, विनय सिन्हा, कन्हैया लाल समेत कई सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे। आप भी देखें। कोरोना महामारी के दूसरे स्ट्रेन में यमराज सबसे पहले भागलपुर पहुंचे है।