कोरोनाकालीन अंतरराष्ट्रीय “साहित्य संचयन” का विमोचन नवगछिया स्थित शिवशक्ति योगपीठ में उत्तरतोताद्री मठ विभीषण कुंड अयोध्या के मज्जगतगुरु रामानुजाचार्य अनंत विभूषित स्वामी अनंताचार्य महाराज द्वारा किया गया। मौके पर साहित्य संचयन के प्रधान संपादक सह शिवशक्ति योगपीठ के पीठाधीश्वर परमहंस स्वामी आगमानन्द महाराज तथा साहित्य संचयन के संपादक कविवर राजकुमार, कुंदन बाबा सहित विश्वविद्यालय के कुलगीतकार आमोद मिश्रा, प्रो ज्योतिंद्र मिश्रा, बृजेन्द्र दुबे, डॉ आशा ओझा, हरिशंकर ओझा, शिवशंकर पांडेय, प्रेम शंकर भारती, पं शंभु नाथ शास्त्री सहित दर्जनों प्रमुख कवियों ने पुस्तक का विमोचन किया गया।
परमहंस स्वामी आगमानन्द जी महाराज ने बताया कि इस पुस्तक में 725 पृष्ठ हैं। जिसमें 370 रचनाकार की रचना का समायोजन किया गया है। इस पुस्तक में कई संस्कृत, हिन्दी, अंगिका, मैथली, बज्जिका इत्यादि विभिन्न भाषाओं की रचनाओं का समायोजन किया गया है।
इसमें कविता, छंद, गद्य, रचना इत्यादि को समाहित किया गया है। इस प्रथम संस्करण में जो भी त्रुटि हुई है उसे अगले संस्करण में सुधार लिया जायेगा। मौके पर श्रीशिवशक्ति योगपीठ में हजारों की संख्या में शिष्य, श्रद्धालु, आध्यात्मिक और साहित्यिक एवं सांस्कृतिक प्रबुद्ध जन मौजूद रहे।