नवगछिया : गोपालपुर थाना क्षेत्र के धराहरा निवासी महिला रीता देवी ने अपने पति प्रमोद कुमार सिंह की मृत्यु होने के बाद भी अनुमंडल अस्पताल नवगछिया द्वारा कोविड-19 में मृत्यु को होने की रिपोर्ट भागलपुर सिविल सर्जन को नहीं देने एवं मृत्यु के पश्चात मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत नहीं करने का आरोप लगाते हुए नवगछिया अनुमंडल पदाधिकारी को आवेदन दिया है.
महिला रीता देवी ने दिया आवेदन में बताया है कि 9 मई को उनके पति प्रमोद कुमार सिंह की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया था. दो दिनों तक नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में उसका इलाज किया गया.
इसके बाद 11 मई की सुबह 8:00 बजे उनकी मृत्यु हो गई. मृत्यु होने के पश्चात अनुमंडल अस्पताल में एंबुलेंस चालक को रेफर का पर्ची देकर मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया गया. मायागंज अस्पताल में चिकित्सक द्वारा जांच किया गया तो उन्हें मृत पाया. मेरे पति की मृत्यु हो जाने के बाद वहां भर्ती नहीं लिया और वहां से हम लोगों को भगा दिया गया.
इसके बाद से हम लोग अनुमंडल अस्पताल में मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए चक्कर लगा रहे है. उन्होंने यह भी कहा कि कोविड-19 से मृत्यु होने के बाद इसकी रिपोर्ट भागलपुर सिविल सर्जन को भी नहीं भेजी गई. जिसके कारण कोविड-19 में मृत्यु के बाद मिलने वाले सरकारी लाभ से भी वंचित है.
उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारी को मृत्यु प्रमाण पर निर्गत कारवाने एवं सरकारी लाभ मिले इसको लेकर जांच कर उचित कार्रवाई किए जाने मांग की है. नवगछिया अनुमंडल अस्पताल उपाधीक्षक डॉ बरुण कुमार ने कहा कि इस संबंध में उन्हें जानकारी नहीं मिली है. वे इस संदर्भ में जानकारी लेकर इस दिशा में पहल करेंगे.