सीएस के निरीक्षण के दौरान अनुमंडल अस्पताल के चिकित्सक सुधांशु कुमार तीन माह से अनुपस्थित पाए गए, उस पर कार्रवाई के लिए स्वास्थ्य विभाग पटना को लिखा गया। कायकल्प योजना को लेकर नवगछिया अनुमंडल अस्पताल का जायजा सिविल सर्जन डॉ० उमेश शर्मा ने लिया। सिविल सर्जन ने बताया कि जो चिकित्सक समय पर अस्पताल नहीं आते हैं उस पर कार्रवाई की जायेगी। ड्युटी आवर छोड़कर अपना क्लिनिक चलाने वाले चिकित्सक पर कार्रवाई की जायेगी। डॉ. सुधांशु कुमार पीछले तीन माह से अनुपस्थित हैं। पूछने पर अस्पताल के उपाधीक्षक अरूण कुमार सिन्हा ने बताया कि सड़क दुर्घटना में घायल हो गए। इतना दिन अनुपस्थिति एक साथ नहीं चलेगी। चिकित्सक पर कार्रवाई के लिए पटना लिखा जायेगा। अस्पताल के प्रवेश द्वार के सामने जल जमाव की समस्या को दूर करने का निर्देश दिया। बाथरूम की सफाई भी ठीक नहीं है। अन्य स्थानों पर भी सफाई में कमीं दिखी। सफाई व्यवस्था ठीक करने का निर्देश दिया गया। जगह जगह अस्पताल में लाइटिंग की समस्या थी।
वह भी दूर करने को कहा गया। ओपीडी का चिट्ठा सुबह आठ बजे से कटना आरंभ हो जाना चाहिए। अस्पताल में ओपीडी सोमवार से शनिवार तक आठ बजे से दो बजे तक चलता हैं। अस्पताल के सभी रजिस्ट्रर को अपडेट करने को कहा गया। सभी बेड पर बेडशीट बिछा हुआ नहीं पाई गई। इसको लेकर भी नाराजगी जताई। पोस्टमार्टम में सहयोग करने वाले के लिए मानदेय शीघ्र ही निर्धारित किया जायेगा। इस संबंध में सिविल सर्जन ने बताया कि रोगी कल्याण समिति की बैठक में इस बार मैं भी उपस्थित रहूंगा। उस बैठक में इसका मानदेय तय कर दिया जायेगा। ज्ञातव्य हो कि पोस्टमार्टम में सहयोग करने वाले पोस्टमार्टम करने के लिए रूपये की मांग करते हैं। रूपये की डिमांड हजारो में होती हैं। यह रूपया पुलिस या मृतक के परिजन को अदा करना पड़ता हैं। सीएस ने यह भी बताया कि अस्पताल में किसी भी दवाई की कमी हैं। दवाई आनलाइन अब मगवाया जा रहा हैं। इमरजेंसी में दवाई उपलब्धता के लिए फंड हैं। अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधा और भी बेहतर की जायेगी। इस मौके पर अस्पताल के उपाधीक्षक अरूण कुमार सिन्हा व अन्य चिकित्सक मौजूद थे।