नवगछिया : बिहार सरकार के मुख्य सचिव शिक्षा विभाग पटना के आदेश के अनुपालन में भागलपुर जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा आदेश जारी कर सभी सरकारी विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा शिक्षक से कोचिंग संचालन अथवा कोचिंग में शिक्षा नहीं देने का प्रमाण पत्र लेना है । वही इस बाबत 28 जुलाई को ही जारी पत्र के बाद सरकारी शिक्षकों के बीच हड़कंप मच गया है बताते चलें कि नवगछिया शहर में लंबे चौड़े व बड़े-बड़े होर्डिंग लगाकर नवगछिया अनुमंडल के कई सरकारी शिक्षक कोचिंग चलाकर लाखों रुपए कमा रहे हैं ऐसे शिक्षक का सरकारी स्कूल में समय कम, अपने कोचिंग में ज्यादा बीतता है ।
कुछ शिक्षक तो स्कूल के बीच में समय निकालकर भी बच्चों का कोचिंग में बैच ले लेते हैं । वहीं इस बाबत नवगछिया के संस्थानों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं ने बताया कि नवगछिया में कई तरह के शिक्षकों का नेटवर्क जाल है जो एक से दूसरे जगह पढ़ने के लिए भेजते हैं बच्चों को लाने के एवज में फ्री में पढ़ाते हैं व कई तरह की उन्हें लोभ भी दी जाती है । बताते चलें कि जब से सरकारी स्कूलों का निजी कोचिंग बंद व पढ़ाने से संबंधित प्रमाण पत्र मांगी जाने का पत्र वायरल हुआ है उसके बाद से ही हड़कंप मच गया है नवगछिया के कई ऐसे शिक्षक हैं जो कई सड़क के किनारे अपना बोर्ड बैनर फोटो लगा हुआ पोस्टर लगाकर पढ़ाते हैं ।
वहीं कोचिंग में पढ़ने वाली छात्राओं ने बताया कि नवगछिया के एक बालिका विद्यालय के एक शिक्षक द्वारा बड़े पैमाने पर कोचिंग चलाया जाता है तो वहीं नवगछिया के नगरह स्कूल में कार्यरत एक शिक्षक द्वारा कॉमर्स की पढ़ाई कराई जाती है। नवगछिया के पड़ोसी कटिहार जिले के कुर्सेला विद्यालय में कार्यरत दो अलग अलग विद्यालय के सरकारी शिक्षक द्वारा भौतिकी व अंग्रेजी की कोचिंग काफी संख्या में बच्चों को अलग से शिक्षा दे रही है । इसके अलावा नवगछिया में एक प्राथमिक स्कूल के शिक्षक द्वारा भी केमिस्ट्री पढ़ाया जाता है । वहीं बात करें तो नवगछिया बाजार में लगभग दो दर्जन से अधिक शिक्षक जो सरकारी पद पर रहने के बावजूद अपना बैनर पोस्टर लगाकर कोचिंग चला रहे हैं । हालांकि इनमें अधिकतर शिक्षक प्राथमिक विद्यालय के हैं लेकिन वह पढ़ाई इंटर व स्नातक के बच्चों को कराते हैं ।