खरीक प्रखंड के मिरजाफरी गाँव में हर हाल में शांति पूर्ण माहौल में होली और शब-ए-बरात संपन्न कराने को लेकर स्थानीय पदाधिकारी से लेकर एसडीओ और डीएम अलर्ट मोड में थे और लगातार मोबाइल से मानिटरिंग कर रहे थे.
मिरजाफरी में दंडाधिकारी के रूप प्रतिनियुक्त खरीक के मनरेगा पीओ कलानंद सहनी अपने ड्यूटी से गायब दिखे. दंडाधिकारी अपनी जिम्मेदारी पूरी करना तो दूर,
स्थल को झाँकने तक नहीं आए. खरीक थानाध्यक्ष ने तीन बार,बीडीओ ने एक बार और उसके साथ प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी जेएसआई मुलायम प्रसाद यादव ने दो बार दंडाधिकारी को फोन कर आने को कहा. इसके बाद भी वह ना ही मंगलवार की रात और ना ही बुधवार की सुबह अपनी ड्यूटी पर पहुँचे।.
जबकि, हेड क्वार्टर डीएसपी, इंस्पेक्टर, सीओ, बीडीओ, थानाध्यक्ष समेत अन्य कई पदाधिकारी पुलिस बलों के साथ मौजूद दिखे.हलांकि पुलिस-प्रशासन की सजगता से स्थिति शांत रहा. मालूम हों कि मिरजाफरी में दोनों त्योहार को हर हाल में शांति पूर्ण माहौल में संपन्न कराने को लेकर राज्य मुख्यालय की नजर थी और स्थानीय पदाधिकारी को पत्र भेजकर भी सजग रहने का निर्देश दिया था.